बीएसए ने एमडीएम में मौसमी सब्जी और दूध न मिलने पर जताई नाराजगी, प्रभारी प्रधानाध्यापक का एक दिन का रोका वेतन
बीएसए ने एमडीएम में मौसमी सब्जी और दूध न मिलने पर जताई नाराजगी, प्रभारी प्रधानाध्यापक का एक दिन का रोका वेतन
हाथरस। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने बुधवार को सामनी विकास खंड के परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण किया। एमडीएम में मौसमी सब्जी न मिलने और दूध का वितरण न करने पर नाराजगी जताई। प्रभारी प्रधानाध्यापक का एक दिन का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई।
सासनी क्षेत्र के गांव बिजैया के प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष शर्मा अनुपस्थित मिले। विद्यालय में तैनात दोनों महायक अध्यापक एवं तीन शिक्षामित्र उपस्थित पाए गए। इस दौरान छात्र नामांकन 48 के सापेक्ष 15 बच्चे उपस्थित मिले। छात्र
छात्राए यूनिफॉर्म में नहीं मिले। मिड-डे-मील के तहत तहरी की गुणवत्ता निम्न स्तर की पाई गई। तहरी पकाने में किसी भी मौसमी सब्जी का उपयोग नहीं किया गया दूध का भी वितरण नहीं किया गया। विद्यालय में शैक्षिक गुणवत्ता निम्न स्तर की मिली। खेल अनुदान से क्रय की गई किट और सामग्री घटिया गुणवत्ता को मिली पर्याप्त सामग्री कम नहीं की गई है। खेल अनुदान के तहत खरीदी गई सामग्री एवं उपभोग की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी सिकंदराराऊ की जांच अधिकारी नामित किया गया है।
प्रभारी प्रधानाध्यापक के एक दिन के वेतन पर रोक लगाते हुए तीन
दिन के अंदर साक्ष्यों सहित जांच अधिकारी को अभिलेख उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डीसी एमडीएम को एमडीएम की गुणवत के संबंध में आख्या देने के निर्देश दिए। प्राथमिक विद्यालय नगला भूरा सासनी के निरीक्षण के दौरान भी बच्चे यूनिफॉर्म में नहीं थे। शिक्षकों द्वारा बच्चों की नोट बुक नहीं जांचा गई। प्रधानाध्यापक से कमियों के बारे में साक्ष्यों सहित तीन दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया है। एमडीएम के तहत एनजीओ के माध्यम से वितरित किए जाने वाले भोजन और तहरी की गुणवत्ता निम्न स्तर की पाई गई। जिला समन्वयक को एनजीओ को इसके संबंध में नोटिस देने के निर्देश दिए।
Post a Comment