यूपी बोर्ड परीक्षा में अब परीक्षार्थियों के नहीं उतवाए जाएंगे जूते-मोजे, केंद्र व्यवस्थापकों को दिए गए कड़े निर्देश
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की वर्ष 2022 की हाईस्कूल और इंटमीडिएट की परीक्षा में तलाशी के दौरान हो रही असुविधाओं को देखते हुए थोड़ी राहत दी गई है। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने केंद्र व्यवस्थापकों को कड़े निर्देश दिए हैं कि परीक्षा अवधि में परीक्षार्थियों के जूते-मोजे कदापि न उतरवाएं।
आराधना शुक्ला ने केंद्रों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था रहे, टायलेट की नियमित साफ-सफाई हो, जिससे बच्चे प्रसन्नचित होकर परीक्षा के उत्सव में प्रतिभाग कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि सभी कक्ष निरीक्षक अपने आवंटित परीक्षा केंद्र में तत्काल उपस्थिति दें, अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा गुरुवार को शुरू हुई। अपर मुख्य सचिव शुक्ला ने लखनऊ में बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था देखने के लिए परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। वे परीक्षा प्रारंभ होने से पहले राजकीय जुबली इंटर कालेज पहुंचीं। वहां उन्होंने परीक्षा देने जा रहे छात्र-छात्राओं को पुष्प, टाफी व बोर्ड परीक्षा का लोगो 'लक्ष्य-सफलता' का बैज पहनाया।
परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी बच्चे भयमुक्त होकर स्वस्थ वातावरण में प्रसन्नचित होकर परीक्षा के उत्सव में प्रतिभाग करें। अमीनाबाद इंटर कालेज व सुन्नी इंटर कालेज व द्वितीय पाली में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम और कुंवर आसिफ अली इंटर कालेज, मलिहाबाद का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र व्यवस्थापकों से यह भी कहा कि परीक्षा अवधि में केंद्र व्यवस्थापक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अतिरिक्त किसी को भी मोबाइल व इलेक्ट्रानिक डिवाइस ले जाना प्रतिबंधित रहेगा।
उधर, शासन की ओर से नामित नोडल अधिकारी हर जिले में उपस्थित थे और लगातार भ्रमणशील रहते हुए परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। विशेष सचिव, शंभु कुमार, शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय, संयुक्त सचिव विमल कुमार, उप सचिव राकेश श्रीवास्तव, उप सचिव अतुल कुमार मिश्र सहित तमाम अधिकारी दोनों पालियों में भ्रमणशील रहकर परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। प्रथम दिवस की बोर्ड परीक्षाएं शांतिपूर्वक हुई
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