चयन बोर्ड की उपलब्धियों पर टीजीटी जीवविज्ञान-2011 का ‘दाग’
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में कार्यरत सभी पांच सदस्य आठ अप्रैल को कार्यकाल खत्म होने के साथ विदा हो जाएंगे। दो साल का कार्यकाल बढ़ाए जाने के साथ सदस्यों के कुल चार साल के कार्यकाल में चयन बोर्ड के खाते में भर्तियों का बैकलाग खत्म करने की बड़ी उपलब्धि है। प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) जीवविज्ञान-2011 की 83 पदों की भर्ती सदस्यों के सुझाव के बावजूद पूरी न होने से यह बोर्ड की उपलब्धियों पर धब्बा जैसी रह गई। इसमें कुछ भर्तियां भले ही कोर्ट के दबाव में पूरी हुईं, लेकिन चयन बोर्ड ने इस अवधि में 32,211 नौकरियां दीं।
चयन बोर्ड में अध्यक्ष वीरेश कुमार (पूर्व आइएएस) सहित पांच सदस्यों डा. हरेंद्र कुमार राय, डा. दिनेशमणि त्रिपाठी, डा. ओपी राय, डा. धीरेंद्र द्विवेदी और डा अजीत सिंह ने आठ अप्रैल 2018 को कार्यभार ग्रहण किया था। दो साल के कार्यकाल के बाद सरकार ने सदस्यों का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया था। इस तरह आठ अप्रैल को उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा, जबकि पांच वर्ष के लिए नियुक्त अध्यक्ष का कार्यकाल 2023 में पूरा होगा। बोर्ड में सदस्यों के दस पद हैं, जिसमें कुछ सदस्य आए जरूर, लेकिन आयु या लोक सेवा आयोग में सदस्य बनाए जाने के कारण चले गए। इस तरह विदा हो रहे पांच सदस्यों के कार्यकाल का आकलन करेंगे तो कुछ भर्तियां बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के दबाव में पूरी कीं, लेकिन बोर्ड ने अधूरी भर्तियों को पूरा कर बैकलाग जरूर खत्म करने का काम किया।
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