दाखिला कराने पर डीएलएड व बीटीसी प्रशिक्षुओं को मिलेगा अतिरिक्त अंक
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों के नए शैक्षिक सत्र में नामांकन बढ़ाने के लिए विभागीय स्तर से हर प्रयास किया जा रहा है। स्कूल के प्रधानाध्यापक, शिक्षकों के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी भी स्कूल न आने वाले बच्चों का दाखिला कराने के अभियान में जुटे हैं। अब इस मिशन से डीएलएड व बीटीसी प्रशिक्षुओं को भी जोड़ दिया गया है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद स्तर से स्कूल चलो अभियान के लिए ‘एक प्रशिक्षु, एक प्रवेश योजना शुरू की गई है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य को जारी फरमान में कहा गया है कि शैक्षिक सत्र 2022-23 में नामांकन में बढ़ोत्तरी के लिए आउट ऑफ स्कूल बच्चों के चिह्नांकन व विद्यालयों में उनका नामांकन कराए जाने पर विशेष जोर दिए जाने की आवश्कता है।
इसके लिए ‘एक प्रशिक्षु, एक प्रवेश को प्रभावी ढंग से सक्रिय किया जाए। जनपद के डायट व निजी संस्थानों में प्रशिक्षणरत डीएलएड व बीटीसी प्रशिक्षुओं को निर्देशित किया जाए कि प्रत्येक प्रशिक्षु छह से 14 साल के बालक व बालिका को चिह्नित कर निकट के परिषदीय स्कूल में प्रवेश कराना सुनिश्चित करें।
जो प्रशिक्षु यह लक्ष्य तीस अप्रैल तक पूरा कर निर्धारित अभिलेख सहित प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य को प्रस्तुत करेंगे, उन्हें वर्तमान सेमेस्टर के इंटर्नशिप/ क्रियात्मक प्रशिक्षण के आन्तारिक मूल्यांकन में इस विशेष कार्य के लिए अतिरिक्त अंक प्रदान किए जाए और उन्हें एक प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाए। इस अभियान के तहत प्रवेश कराने के बाद इसका विवरण गूगल शीट पर दर्ज किया जाएगा।
स्थान की नहीं है कोई बाध्यता
एक प्रशिक्षु, एक प्रवेश के तहत दाखिला कराने के लिए प्रशिक्षु किसी भी क्षेत्र जैसे जहां उनका घर है या जिस क्षेत्र की जानकारी हो या जहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हों। वहां डोर-टू-डोर स्वयं संपर्क कर ऑउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित कर सकते हैं। उनके अभिभावकों से संपर्क कर बेसिक शिक्षा व समग्र शिक्षा की विभिन्न नि:शुल्क सुविधाओं व डीबीटी के बारे में जानकारी देकर उनके बालक या बालिका का प्रवेश निकट के स्कूल में कराकर अपना लक्ष्य पूरा कर सकते हैं।
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