साहब के पास नहीं है गाड़ी, सहायक अध्यापकों की सहायता लेकर स्कूलों तक पहुंच रहे , कैसे करें निरीक्षण
कुशीनगर जिले में ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों के पास गाड़ी ही नहीं है। विद्यालयों का निरीक्षण करने के साथ-साथ पठन-पाठन के माहौल को बेहतर बनाने की गरज से शासन की ओर से साल 2019 में उन्हें लीज पर गाड़ियां सौंपी गईं थी। इधर, पिछले महीने यानि मार्च के 31 तारीख को गाड़ियों का बेसिक विभाग से अनुबंध खत्म हो गया। इसके बाद से ही बीईओ वाहन विहीन हो चुके हैं। निरीक्षण की पूर्ति के लिए कई बीईओ मंगनी के बाइक से विद्यालयों तक पहुंच रहे हैं। वहीं, कई ऐसे भी बीईओ हैं, जो अपने सहायक अध्यापकों की सहायता लेकर स्कूलों तक पहुंच रहे हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में ब्लॉक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारियों की तैनाती की गई है। इन अधिकारियों के ऊपर परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन के माहौल को बेहतर बनाने के अलावा महीने में तकरीबन 40 विद्यालयों का निरीक्षण करने की भी जिम्मेदारी है। साल 2019 में इन खंड शिक्षा अधिकारियों को शासन से लीज पर गाड़ी की उपलब्धता कराई गई। गाड़ी मिलने के बाद बीईओ ब्लॉक क्षेत्र में प्रत्येक दिन किसी न किसी विद्यालयों का निरीक्षण करते थे और अफसरों को अपनी रिपोर्ट देते थे। इधर, 31 मार्च को जिस फर्म से बेसिक शिक्षा विभाग का गाड़ियों के लिए अनुबंध हुआ था, वह समाप्त हो गया। अनुबंध खत्म होने के बाद ही फर्म ने ब्लॉक संसाधन केंद्रों से गाड़ियों को वापस ले लिया। शुरुआत में तो सभी बीईओ को यह लगा कि महज दो-चार दिन के भीतर ही फिर उन्हें गाड़ी मिल जाएगी, लेकिन अप्रैल महीने का आधा समय बीतने के बाद भी विभाग से गाड़ियों का अनुबंध नहीं हो सका है। इससे निरीक्षण के लक्ष्य को पूरा कर पाना खंड शिक्षा अधिकारियों के लिए चुनौती है।
अनुबंध खत्म होने के एक दिन बाद ही नवीनीकरण के लिए फाइल लग गई थी। अनुबंध का नवीनीकरण हो गया है। एक से दो दिन में खंड शिक्षा अधिकारियों को गाड़ी मिल जाएगी।
डॉ. सत्यप्रकाश त्रिपाठी, एडी बेसिक-गोरखपुर
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