स्कूली पाठ्यक्रम की रूपरेखा तय करने को ले रहे सुझाव
नई दिल्ली: स्कूली पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए चल रही रायसुमारी की मुहिम में केंद्र सरकार के कई मंत्रलयों व विभागों ने भी अपने सुझाव दिए है। साथ ही यह सिफारिश भी की है कि नए स्कूली पाठ्यक्रम को जिस तरह से भविष्य को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है, उनमें उनमें उनकी ओर से सुझाए गए विषयों को भी पढ़ाया जाना जरूरी है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रलय ने स्कूली बच्चों को वैदिक गणित और कोडिंग और पर्यावरण मंत्रलय ने जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया है।
शिक्षा मंत्रलय ने स्कूली पाठ्यक्रम की रूपरेखा तय करने के लिए दूसरे मंत्रलयों से भी सुझाव मांगे थे। शिक्षा मंत्रलय की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक आधा दर्जन मंत्रलयों की ओर से इस संबंध में सुझाव आ चुके हैं। बाकी मंत्रलयों से भी जल्द ही अपने सुझावों को देने के लिए कहा गया है।
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