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स्कूलों में औचक निरीक्षण पर पहुंचे BSA साहब तो खुली पोल, ज्यादातर शिक्षक मिले नदारद

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण बीते सप्ताह प्रदेश सरकार ने शासकीय विद्यालयों को सुबह 7:30 से 12 तक संचालित करने का निर्देश दिया है, जिसके बाद प्रयागराज के बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने भी प्राथमिक विद्यालयों में यह आदेश लागू कर दिया था. हैरान करने वाली बात यह कि प्रशासनिक आदेश के बाद बच्चे तो दूर शिक्षक ही समय पर विद्यालय नहीं पहुंच रहे. शिक्षकों के देर से प्राथमिक विद्यालय पहुंचने का खुलासा तब हुआ, जब BSA स्वयं आज बड़े साधारण तरीके से स्कूटी से स्कूलों की स्थित जांचने निकले.



बीएसए प्रवीण त्रिपाठी सबसे पहले बहादुरपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रहिमापुर पहुंचे. यहां प्रधान अध्यापिका मधु विश्वकर्मा, सहायक अध्यापिका सुमन शर्मा, सहायक अध्यापिका जया देवी, सहायक अध्यापिका सुनीता गुप्ता सहित कोई भी शिक्षक सुबह आठ बजे तक विद्यालय नहीं पहुंचा था. जिसके बाद उन्होंने रसोइया को फोन कर सभी शिक्षकों को बुलाने का निर्देश दिया. इसके बाद बीएसए ने बच्चों को प्रार्थना करायी और मालवा खुर्द पहुंचे. यहां शिक्षक तो थे, लेकिन वह हाउसहोल्ड सर्वे का डाटा फीडिंग का काम कर रहे थे, जिसके बाद बीएसए ने शिक्षकों को सुबह 7: 30 बजे विद्यालय पहुंचने का निर्देश देते हुए कहा कि वह सबसे पहले अटेंडेंस भरे. इसके बाद हाउस होल्ड सर्वे का काम करें. साथ ही उन्होंने क्लास न चलने के कारण स्पष्टीकरण भी तलब किया .

इसके बाद बीएसए केशवापुर पहुंचे तो यहां भी शिक्षकों द्वारा लापरवाही देखने को मिली. शिक्षक प्राथमिक विद्यालय नहीं पहुंचे थे. वहीं विद्यालय में 76 बच्चों में महज 10 बच्चे ही पहुंचे थे. शिक्षकों से प्राथमिक विद्यालय न पहुंचने के कारणों को जानने के लिए फोन किया तो पता चला कि हाउस होल्ड सर्वे कार्य कर विद्यालय पहुंच रही हैं, जिसके बाद बीएसए ने कड़ी नाराजगी जाहिर की.


अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने शिक्षकों द्वारा लापरवाही बरतने और समय पर विद्यालय न पहुंचने को लेकर कहा कि जो भी शिक्षक औचक निरीक्षण के दौरान स्कूल से गायब मिले हैं, उनके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. साथ ही सभी शिक्षकों से इस सब में स्पष्टीकरण तलब किया गया है. उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ निलंबन, एडवर्स एंट्री, वेतन रोकने के अलावा सर्विस ब्रेक की कार्रवाई की जायेगी.

प्रार्थना सभा में शामिल हों एआरपी और एबीएसए
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि प्रयागराज में कुल 24 पद एबीएसए के है, जिसमें 16 एबीएसए कार्यरत हैं. इसके अलावा, 99 एआरपी कार्यरत हैं. कल से सभी एबीएसए और एआरपी को किसी एक विद्यालय की प्रार्थना सभा में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों द्वारा लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी.

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