इस वजह से 72 परिषदीय विद्यालयों के स्टाफ का रुकेगा वेतन
संतकबीरनगर। सरकार जहां परिषदीय स्कूूलों में शत-प्रतिशत नामांकन को लेकर लगातार निर्देश जारी कर रही है, वहीं, जिले के कुछ ऐसे विद्यालय हैं, जो सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। जिले के 72 विद्यालयों ने एक भी विद्यार्थियों का नामांकन नहीं किया है। बीईओ ने इन विद्यालयों के समस्त स्टाफ का वेतन रोकने की संस्तुति बीएसए से की है।
डीएम, सीडीओ समेत अन्य अधिकारी लगातार बैठकें कर परिषदीय विद्यालयों में नामांकन में तेजी लाने के निर्देश दे रहे हैं। पिछले सप्ताह एडी बेसिक ने भी नामांकन की समीक्षा की थी और जिले में नामांकन की गति धीमी मिलने पर नाराजगी जताई थी। इसके बावजूद जिले में नामांकन की गति नहीं बढ़ पा रही है। जिले के 72 स्कूल ऐसे हैं, जहां पर इस सत्र में एक भी नामांकन नहीं हुआ है। इन विद्यालयों में तैनात शिक्षकों ने नामांकन को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई है। इनमें बेलहर ब्लॉक के सात, हैंसर ब्लॉक के तीन, खलीलाबाद ब्लॉक के 29, मेंहदावल ब्लॉक के पांच, नाथनगर ब्लॉक के चार, पौली ब्लॉक के सात, सांथा ब्लॉक के 15 और सेमरियावां ब्लॉक के दो विद्यालय शामिल हैं। इन ब्लॉकों के खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को दी है। खंड शिक्षा अधिकारियों के अनुसार इन विद्यालयों में तैनात शिक्षकों ने नामांकन में रुचि नहीं दिखाई है। इसकी वजह से इन विद्यालयों में शून्य नामांकन है। प्रेरणा पोर्टल पर भी नामांकन शून्य है। ऐसे में इन विद्यालयों में तैनात समस्त स्टाफ का वेतन रोक दिया जाए।
कोट
जिले के 72 ऐसे विद्यालय हैं, जहां पर नामांकन शून्य है। बीईओ ने अपनी रिपोर्ट दी है। इन विद्यालयों के समस्त स्टाफ का वेतन रोका जाएगा। अगर शिक्षक नामांकन शत-प्रतिशत नहीं कराते हैं तो विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
-दिनेश कुमार, बीएसए
Post a Comment