बीएसए की जांच में गायब मिले कई शिक्षक व शिक्षामित्रों
बहराइच।
बेसिक स्कूलों में बेहतर शिक्षा को लेकर सरकार के प्रयासों पर शिक्षक ही पानी फेर रहे हैं। स्कूलों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने की कोशिशें तो दूर शिक्षिकाएं अवकाश लेकर चली गईं, तो शिक्षामित्र भी रसूख का फायदा उठाकर स्कूल नहीं आ रहे हैं। बीएसए के शनिवार को चित्तौरा ब्लाक के तीन स्कूलों के किए गए औचक निरीक्षण में लापरवाही उजागर हुई है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार चित्तौरा ब्लांक के प्राथमिक विद्यालय बिसवरिया पहुंचे। यहां कार्यरत शिक्षिका अपर्णा सोनी बाल्य अवकाश पर मिलीं। शिक्षामित्र अलका देवी स्कूल नहीं आईं। यहां पंजीकृत छात्रों की संख्या सिर्फ 53 मिली। प्राथमिक विद्यालय सोहरवा की प्रधान शिक्षिका बाल्य अवकाश पर रहीं। यहां कार्यरत दो शिक्षामित्र भी बिना सूचना गायब पाए गए। प्राथमिक विद्यालय चिलवरिया में तीन शिक्षिका व दो शिक्षामित्रों की तैनाती है। निरीक्षण के समय शिक्षिका प्रीति चौधरी, स्वरूप शिखा बाल्य अवकाश पर पाई गईं। शिक्षामित्र देविका सिंह 21 अप्रैल से ही स्कूल से गायब हैं। इन स्कूलों में पंजीकृत छात्रों की संख्या, उपस्थिति व पूर्व में छात्रों की संख्या कम पाए जाने पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई। शिक्षिकाओं व शिक्षामित्रों का वेतन बाधित कर दिया गया है। जवाब-तलब किया गया है। तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब न देने पर निलंबन की कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
छात्राओं को परेशान किया, तो पुलिस ने भेजा जेल
बहराइच। रिसिया जमाल के संविलियन विद्यालय में पढ़ रही छात्राओं व शिक्षिका को परेशान करने की सूचना बीएसए को मिली। बीएसए ने स्कूल पहुंचकर छात्राओं से जानकारी ली। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रधान राजेश कुमार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया। बीएसए ने बताया कि स्कूल की दीवारों पर गलत शब्दों को लिखा गया था। इससे छात्राएं व शिक्षिकाएं भयभीत थी। उन्होंने बताया कि सीओ ने पुलिस टीम को गश्त करने के निर्देश दिए हैं।
बाल्य अवकाश की जांच कराएंगे
बहराइच। बीएसए अजय कुमार ने बताया कि एक साथ स्कूलों में कार्यरत शिक्षिकाओं को बाल्य अवकाश दिए जाने की जांच कराएंगे। इसमें कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की सांठ-गांठ भी सामने आ रही है। शिक्षा के प्रति उदासीन रहने वाले शिक्षक व अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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