खंड शिक्षा कार्यालय में लगी आग:महत्वपूर्ण दस्तावेज हुए जलकर राख
देवरिया के भाटपार रानी खंड शिक्षा कार्यालय में सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग से महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं। उपनगर के रानी पोखरा के निकट खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय है। सुबह किसी ने आग लगने की सूचना डायल 112 को दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने पहुंचकर आग बुझाई। इस दौरान जरूरी दस्तावेज और कमरे में रखे फर्नीचर जलकर खाक हो गए।
आग लगने की सूचना पर पहुंचे बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय को जैसे ही खंड शिक्षा कार्यालय में आग लगने की सूचना मिली मौके के लिए रवाना हो गए। भाटपार रानी कार्यालय पहुंचकर उन्होंने निरीक्षण किया। समाचार प्रतिनिधियों से घटना के बाबत कहा कि आग के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। शायद शॉर्ट सर्किट से आग लगी हो। जांच के बाद ही नुकसान का अंदाजा लग पाएगा।
शिक्षक नेता और एसडीआई में है लड़ाई
बताते चलें कि भाटपार रानी ब्लॉक में शिक्षक नेता और तत्कालीन एस डी आई की लड़ाई जग जाहिर थी। विद्यालयों की चेकिंग को लेकर शिक्षक नेता और खंड शिक्षा अधिकारी के बीच बातचीत का आडियो वायरल हुआ था। मामले की शिकायत तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी ने अधिकारियों से की थी। इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन हुआ था। खंड शिक्षा अधिकारी ने अपना बयान दर्ज कराया लेकिन शिक्षक नेता ने मेडिकल लीव ले लिया और मोबाइल बन्द कर दिया।
शिक्षक नेता का पलड़ा भारी निकला
शिक्षक नेता और एसडीआई की लड़ाई में जांच जारी है। नतीजा चाहें जो निकले लेकिन शिक्षक नेता का पलड़ा भारी निकला। शिक्षक नेता ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी का ही तबादला करा दिया। शिक्षा विभाग के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि विभाग में मृतक आश्रित के रूप में एक परिचारक नियुक्त है। जो खंड शिक्षा कार्यालय में रात्रि प्रहरी के रूप में कार्य करता रहा तथा वर्षों तक शिक्षक नेता के चालक के तौर पर कार्य करता रहा। जब खंड शिक्षाधिकारी और शिक्षक नेता में ठन गई तो खंड शिक्षाधिकारी ने कार्य शून्य बताते हुए परिचारक को उसके मूल विद्यालय पर भेज दिया। इसी तनातनी में खंड शिक्षा अधिकारी का तबादला हो गया। तबादले के एक हफ़्ते के भीतर ही उसी कमरे में आग लगी जहां सारे दस्तावेज रखे हुए हैं। यह कमरा रसोईघर है जिसे रिकार्ड रूम के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। साजिश यह है कि खंड शिक्षा अधिकारी को रात्रि प्रहरी हटाने का दोषी ठहराकर। इस दुर्घटना का जिम्मेदार तय कर दिया जाए।
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