कई शिक्षकों को सौ से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर मिली है तैनाती, तबादला नीति जारी होने पर ही हो सकेगा ट्रांसफर
कई शिक्षकों को सौ से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर मिली है तैनाती, तबादला नीति जारी होने पर ही हो सकेगा ट्रांसफर
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में लगभग एक दशक से जिला के अंदर तबादला नहीं होने से अपने जिले में तैनात सैकड़ो शिक्षकों को सौ से डेढ़ सौ किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ती है। ग्रीष्म कालीन अवकाश में मात्र 10 दिन हो शेष बचे है। ऐसे में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों में तबादले को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बीएसए जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि तबादला नीति जारी होने के बाद ही स्थानांतरण किया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में तबादला नीति जारी अन्तरजनपदीय तबादले तो होने पर ही हो सकेगा 2020 में हुए थे लेकिन जिले स्थानांतरण के अंदर तबादले की बात की जाए तो लगभग एक दशक से कोई तबादला नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ बस्ती के जिला मीडिया प्रभारी रवीश कुमार मिश्र ने कहा कि अपने जनपद में तैनात तमाम शिक्षकों को ड्यूटी करने के लिए काफी लम्बी दूरी तय करनी पड़ती है। उन्होंने मांग किया है कि जल्द से जल्द स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू कर के शिक्षको को उनके ऐच्छिक विकास खण्ड में तैनाती दी जाए। उन्होंने बताया कि 2012 से 2020 में मध्य बीएसए कई बड़ी शिक्षक भर्तिया हुई है जिसमे महिलाओं और दिव्यागों को शासन के निर्देश पर मन चाही तैनाती तो मिली। परन्तु अधिकांश भतियों में पुरूषों को रोस्टर प्रणाली के तहत विद्यालय का आवंटन किया गया। जिसके कारण उन्हे काफी दूर क्षेत्र में तैनाती मिली।
कहा कि अन्तरजनपदीय तबादले से जिलेमें आए पुरुष व महिला शिक्षको को भी अपने घर से काफी दूरी तय कर स्कूल जाना पड़ता है। शिक्षको को उम्मीद है कि जल्द ही तबादला नीति जारी होगी और शिक्षको को मनचाही तैनाती मिल सकेगी। बेसिक शिक्षाधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ला ने कहा कि विगत चार से पांच सालों से तबादला नीति शासन से जारी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि तबादला नीति आने की संभावना है। अगर आएगा भी तो पहले जिले के बाहर उसके पश्चात जिले के अंदर स्थान्तरण किया जाएगा। कहा कि सारी व्यवस्था आनलाइन होती है इसमें हमारे हाथ में कुछ नहीं है।
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