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कस्तूरबा विद्यालय में 200 छात्राओं को आवासीय सुविधा नहीं, छात्राएं रोजाना घर से आवागमन कर पढ़ाई कर रहीं


एटा। बालिकाओं को अच्छी शिक्षा मुहैया कराने के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय रहीं है। ब्लॉक स्तर पर बनाए गए हैं। जहां बालिकाओं को आवासीय सुविधा दी जाती है। यहीं सकीट ब्लॉक में बनाए गए विद्यालय में 200 छात्राओं को आवासीय सुविधा नहीं मिल पा रही है। ये छात्राएं रोजाना घर से आवागमन कर पढ़ाई कर ब्लॉक सकोट के गांव हरचंदपुर कला में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित है इसको शासन ने उच्चीकृत कर 12वीं तक करने के आदेश जारी किया है। करीब दो करोड़ रुपये की लागत से पैक्सपेड संस्थान को निर्माण कार्य वर्ष 2021-22 में ही पूरा करने का समय दिया गया। कार्यदायी संस्था की धीमी निर्माण गति की वजह से उच्चीकृत किया गया भवन तय समय में पूरा नहीं हो सका।


भवन एवं छात्रावासों में फर्नीचर, रसोई का कार्य आदि व्यवस्थाएं अधूरी हैं जिसके चलते इसे शिक्षा विभाग को सुपुर्द नहीं किया गया है। जबकि शिक्षा विभाग ने नए शिक्षा सत्र के लिए कक्षा 9 में 100 छात्राओं के प्रवेश ले लिए।

जबकि इतनी ही छात्राएं कक्षा 8 से उत्तीर्ण होकर कक्षा 9 में पहुंचीं। मजबूरी में इन्हें पुराने भवन में ही कक्षाएं लगाकर पढ़ाया तो जा रहा है लेकिन हॉस्टल हैंडओवर न होने से छात्राओं को रोकने की व्यवस्था नहीं हैं। सभी छात्राएं सुबह घर से आती हैं और स्कूल समय के बाद घर चली जाती हैं।

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