परिषदीय बच्चों का दूध हजम कर रहे प्रधानाध्यापक, बीएसए के निरीक्षण में सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई
पीलीभीत, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह ने दो विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। एक विद्यालय में मिड डे मील के तहत बच्चों को दिए जाने वाले दूध की मात्रा कम देखकर वह भड़क उठे। अध्यापकों को आगाह किया कि इसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए, वरना कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार को मरौरी ब्लाक के दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। न्यूरिया कालोनी स्थित प्राथमिक विद्यालय नंबर-2 में निरीक्षण के दौरान स्कूली बच्चों को बांटे जाने वाले दूध की मात्रा काफी कम पाई गई। स्कूल में पंजीकृत 188 बच्चों के सापेक्ष 97 उपस्थित मिले। 15 लीटर की जगह 5 लीटर दूध पाए जाने पर बीएसए भड़क गए। उन्होंने फौरन मौजूद स्टाफ को आड़े हाथों लिया। कहां कि छात्र-छात्राओं को मिलने वाला मिड डे मील डकारने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। स्कूल का नजारा देखकर उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी से भी नाराजगी जताई। यहां प्रधानाध्यापक योगिता रानी अवकाश पर थीं। इंचार्ज प्रधान अध्यापक उमेश कुमार कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए। स्कूल में मौजूद एक अन्य सहायक अध्यापक लक्ष्मी नारायण स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के बारे में कुछ भी नहीं बता पाए।
इसके बाद कंपोजिट स्कूल न्यूरिया पहुंचे बीएसए को 298 के सापेक्ष 117 बच्चे ही स्कूल में मिले। स्कूल की प्रधानाध्यापिका इशरत जहां छुट्टी पर थीं। इस विद्यालय में बच्चों का शैक्षिक स्तर निम्न पाया गया। कक्षा चार की छात्रा शिफा अक्षर ज्ञान की भी जानकारी नहीं दे पाई। कक्षा 5 की छात्रा रागिनी 6 का पहाड़ा नहीं सुना पाई। इस पर बीएसए ने शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि शैक्षिक स्तर में सुधार की जरूरत है। अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई करने में कोई गुरेज नहीं किया जाएगा।
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