साहब की नाराजगी या फिर सख्ती: रुका हुआ वेतन बहाल कराने आए शिक्षक का फिर रोक दिया वेतन
रुका हुआ वेतन बहाल कराने के लिए बिना अवकाश लिए बीएसए कार्यालय पैरवी करने आना गुरु जी को महंगा पड़ गया। बीएसए ने कार्रवाई करते हुए उस दिन का भी वेतन रोक दिया। इसके साथ ही स्पष्टीकरण तलब करते हुए अग्रिम कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
खंड शिक्षा अधिकारी जगदीशपुर ने 19 जुलाई को बाजार शुकुल के कंपोजिट विद्यालय में माझगांव का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापक सतीश चंद्र शुक्ला अनुपस्थित पाए गए थे। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच आख्या के आधार पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक का 19 जुलाई का वेतन रोकने का आदेश जारी किया था। वेतन बहाल कराने के लिए 22 जुलाई को लगभग साढ़े बजे सतीश चंद शुक्ला बीएसए कार्यालय आए हुए थे। बीएसए की मानें तो जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने अवकाश ले रखा है। जांच में पाया गया कि कोई आकस्मिक अवकाश नहीं लिया गया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए बीएसए ने उनका 22 तारीख का भी वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया। इसके साथ ही बीएसए ने उन्हें 3 दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा है। बताया जा रहा है कि सतीश चंद्र शुक्ल उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बाजार शुकुल के ब्लॉक अध्यक्ष हैं।
चला सघन अभियान
परिषदीय स्कूलों की जांच के लिए बीएसए द्वारा सघन अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को चलाए गए अभियान में गौरीगंज, जामो और बहादुरपुर ब्लाक के स्कूलों की जांच की गई। गौरीगंज में खंड शिक्षा अधिकारी भेटुआ, भादर, गौरीगंज के साथ ही डीसी एमआईएस व डीसी सामुदायिक ने निरीक्षण किया। वहीं जामो में खंड शिक्षा अधिकारी जामो और खंड शिक्षा अधिकारी जगदीशपुर ने निरीक्षण किया। बहादुरपुर में खंड शिक्षा अधिकारी बहादुरपुर, खंड शिक्षा अधिकारी तिलोई व खंड शिक्षा अधिकारी संग्रामपुर ने निरीक्षण किया। बीएसए डा. अरविंद कुमार पाठक ने राजगढ़, हरखपुर आदि स्कूलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि लगभग 70 स्कूलों का निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण में जामो के देवसीपुर व गोरियाबाद के शिक्षामित्र जबकि गौरीगंज के मनीपुर स्कूल में अनुदेशक और पठानपुर में शिक्षा मित्र गायब मिले। सभी का वेतन रोकने का आदेश जारी किया गया है।
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