बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर कार्रवाई हवा-हवाई
बिना मान्यता वाले विद्यालयों पर कठोर कार्रवाई का शासन का आदेश है। यह आदेश जनपद में हवा हवाई साबित हो रहा है। बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है। दैनिक जागरण की पड़ताल में पता चला कि जनपद में अभी भी दर्जनों स्कूल बगैर मानक पूरा किए बेरोकटोक संचालित हो रहे हैं।
शिक्षा निदेशक का आदेश है कि यदि कोई व्यक्ति बिना मान्यता लिए या मान्यता वापस होने के बाद भी स्कूल चलाता है तो उस पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। इसके साथ ही उल्लंघन जारी रहने पर हर दिन 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। जनपद में 700 प्राइवेट स्कूल संचालित हैं। शिक्षा सत्र शुरू होते ही शहर से लेकर गांव तक नए स्कूल खोलने की होड़ मच जाती है। लोग मानक, मान्यता की परवाह किए बिना मकानों, दुकानों से लेकर झोपड़ियों तक में स्कूल चलाने लगते हैं। कम पढ़े लिखे बेरोजगार युवकों को बेहद ही कम पैसों में शिक्षक के रूप में तैनात कर देते हैं। इतना ही नहीं कोचिंग का रजिस्ट्रेशन करवा करभी लोग स्कूल चला रहे हैं। बीएसए ने पड़ताल कराई तो जनपद में 39 अमान्य विद्यालय मिले।
इनके संचालकों को नोटिस देकर इन्हें बंद करा दिया गया। उधर, डीआइओएस ने लालगंज क्षेत्र में चलाए जा रहे कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण कर उन्हें सचेत किया कि बिना रजिस्ट्रेशन के कोचिंग का संचालन न किया जाए। उन्होंने कहा कि कोचिंग का रजिस्ट्रेशन कराकर स्कूल चलाते मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। जागरण की पड़ताल में दर्जनों स्कूल बिना मान्यता के सदर, सगरा सुंदरपुर, लालगंज, मानधाता, कुंडा, मंगरौरा क्षेत्र में संचालित हो रहे हैं।
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