कस्तूरबा की छात्राएं सीखेंगी कोडिंग, कक्षा 12 के लिए अलग कोर्स प्लान होगा
लखनऊ। अब सरकारी स्कूल की छात्राएं भी कम्प्यूटर में दक्ष होंगी। स्कूल स्तर से ही कोडिंग व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में कोर्स करवाए जाएंगे। इंटरमीडिएट के बाद इनके प्लेसमेंट की भी योजना है। प्रदेश के 56 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से इसकी शुरुआत की जा रही है।
पहले चरण में इन स्कूलों की 5600 लड़िकयों को कोर्स करवाए जाएंगे। इसे लागू करने के लिए प्रदेश सरकार ने नव गुरुकुल संस्था के साथ करार किया है। इसमें जावा व पाइथन जैसी कम्प्यूटर लैंग्वेज सिखाई जाएंगी। इस कोर्स को जहां संस्था के प्रशिक्षक करवाएंगे। वहीं प्रदेश सरकार इसके लिए पूरा ढांचा तैयार करेगी।
संस्था ने प्रशिक्षकों का चयन शुरू कर दिया है, वहीं प्रदेश के सभी केजीबीवी में 10-10 कम्प्यूटरों की लैब तैयार की जा रही है। इसके लिए 37 करोड़ रुपये का बजट भी जारी किया जा चुका है।
कक्षा 12 के लिए अलग कोर्स प्लान होगा
चार साल में इन लड़िकयों को कोर्स कराकर उन्हें रोजगार दिया जाएगा। ये कोर्स 2400 घण्टे का है और कक्षा के हिसाब से हर महीने अलग-अलग घण्टों की कक्षाएं होंगी। कक्षा 12 के लिए अलग तरह से कोर्स प्लान किया गया है।
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