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जांच की आंच पड़ते ही अवकाश पर चली गईं 334 शिक्षिकाएं


जुलाई और अगस्त माह में 271 ने चाइल्ड केयर लीव और 73 शिक्षिकाओं ने ले लिया मातृत्व अवकाश, इनमें कई बड़े अफसरों की पत्नियां भी शामिल
प्रतापगढ़। कागजों पर नौकरी करने वाली 344 शिक्षिकाएं बेसिक शिक्षा विभाग में चले जांच अभियान के दौरान कार्रवाई से बचने के लिए लंबी छुट्टी पर चली गई है। विभाग के एक जुलाई से दस अगस्त तक चले चले जांच अभियान के बीच 271 शिक्षिकाओं ने चाइल्ड केयर लीव और 73 शिक्षिकाओं ने मातृत्व अवकाश ले लिया जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कई बड़े अफसरों की पत्नियां और बेटियां शिक्षक के रूप में तैनात है मगर वे रहती तो अपने पतियों के साथ है मगर नौकरी कागजों पर चलती है । शासन के निर्देश के बाद बीएसए ने एक जुलाई से जिलों के स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति जांचने के लिए अभियान चलाया।


नौकरी पर आंच आने के बाद पहले कुछ शिक्षिकाओं ने एक दो दिन प्रार्थना पत्र देकर अवकाश लिया, मगर जांच का दायरा बढ़ने के कारण उनकी परेशानी बढ़ गई। ऐसे में उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए (चाइल्ड केयर लीव) छह महीने का अवकाश ले लिया। मतलब जुलाई से दिसंबर तक अब ये अवकाश पर रहेंगी।
एक जुलाई से 22 अगस्त तक विभाग की 334 शिक्षिकाओं ने अवकाश लिया है। इनमें से 271 शिक्षिकाओं ने बच्चों की देखभाल
और 73 शिक्षिकाओं ने मातृत्व अवकाश लिया है। इधर, विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जांच अभियान में स्कूलों से 236 शिक्षक-शिक्षिकाएं गायब मिले थे। जांच टीमों ने स्कूलों में अव्यवस्था, एमडीएम न मनने स्कूल में देर से आने पर 318 शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन, वेतन रोकने और प्रतिकूल प्रविष्टि देने की कार्रवाई की थी।

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