सात वर्ष बाद बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन को मांगी ज्येष्ठता सूची
सात वर्ष से प्रमोशन का इंतजार कर रहे बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। विभाग ने उन्हें प्रमोशन देने की तैयारी शुरू कर दी है।
वर्ष 2015 में शिक्षको के प्रमोशन हुए थे। उसमें भी कानूनी पेच फंस गए। जिन शिक्षकों ने पदोन्नत स्कूल में कार्यभार ग्रहण कर लिया, वो आज भी हेडमास्टर का वेतन नहीं पा रहे हैं। शासन से आए निर्देश के क्रम में बीएसए विनय कुमार ने सभी बीईओ से अपने क्षेत्र के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं की ज्येष्ठता सूची मांगी है। साथ ही यह सूचना भी मांगी है कि 2015 में उच्च प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापक के पदों पर की गई पदोन्नति तिथि के बाद किन-किन शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण किया था। ज्येष्ठता सूची का डाटा मूल सेवा पुस्तिका से मिलान करने का भी निर्देश दिया गया है। यदि किसी शिक्षक के विरुद्ध विभागीय, न्यायिक, वेतन वृद्धि रोकने जैसी कोई कार्रवाई हुई है, तो उसका भी उल्लेख किया जाएगा। शिक्षक नेता हरीश बाबू शर्मा ने बीएसए के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अब शिक्षकों को जूनियर हाईस्कूल का प्रधानाध्यापक बनने का अवसर मिलेगा। लंबे समय से इंचार्ज के भरोसे चल रही व्यवस्था में बदलाव आएगा।
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