मानवता की पाठशाला में चमक रहे ज्ञान के दीप, मलिन बस्ती के बच्चे कर रहे इंजीनियरिंग की पढ़ाई
पढ़ाने के साथ बच्चों को छात्रवृत्ति भी दी जा रही
प्रयागराज, कर्ता करे ना कर सके, गुरु करे सब होय। सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा ना कोय..। सच में दुनिया में गुरु से बड़ा कोई नहीं। माता-पिता जीवन देते हैं तो गुरु जीवन जीने की कला सिखाते हैं। देश और समाज का भविष्य संवारते हैं।
गुरुओं का यह पुनीत कार्य जब गरीब बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए हो तो मानवता की पाठशाला में ज्ञान के दीप की लौ और निखर जाती है। जिन बच्चों का बचपन कभी कबाड़ बीनने के लिए अभिशप्त रहा हो। जिन्होंने कभी स्कूल जाने के बारे में न सोचा हो वह भी गुरुओं के मार्गदर्शन में अब अपना भविष्य संवार रहे हैं। शिक्षक दिवस पर प्रस्तुत है मलिन बस्तियों में निस्वार्थ भाव से शिक्षा के दीप आलोकित कर रहे कुछ ऐसे ही शिक्षकों और उनके पढ़ाए गए बच्चों को मिली कामयाबी पर रिपोर्ट।
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