जनपद में बारिश के पानी में डूब गए कई परिषदीय स्कूल
गौरीगंज (अमेठी)। चार दिनों से हो रही बरसात ने कई स्कूल में शिक्षण व्यवस्था को प्रभावित किया है। बरसात के दिनों में कई स्कूल पानी से घिर गए हैं तो कई स्कूलों के मार्ग पर पानी जमा है। कायाकल्प योजना से स्कूलों को भले ही अवस्थापना सुविधा से लैस करने का दावा किया जा रहा है लेकिन हकीकत में जलभराव की परेशानी अब तक दूर नहीं हो सकी है।
जिले में संचालित 1139 प्राथमिक, 234 उच्च प्राथमिक व 197 कंपोजिट परिषदीय स्कूलों को अवस्थापना सुविधा से लैस करने का दावा फ्लॉप साबित हो रहा है। चार दिन से रुक-रुक हो रही बरसात ने बेसिक शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोल दी है। कई स्कूल परिसर मिट्टी भराई नहीं होने की वजह से पानी से घिर गए हैं तो कई स्कूलों में संपर्क मार्ग पर पानी जमा हुआ है
कई जर्जर स्कूलों में बरसात के दौरान छत से पानी टपकता है तो शिक्षक भी बच्चों को पढ़ाने के बजाए उन्हें बरसात से बचाने की कोशिश में जुट जाते हैं। बरसात से पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी प्रभावित हुई है। बरसात में भीग जाने से बच्चों के बीमार होने के अंदेशे से परेशान अभिभावक भी स्कूल भेजने को तैयार नहीं हैं। स्कूलों में हुए जलभराव से शिक्षकों के साथ नौनिहालों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
एक किमी. अतिरिक्त दूरी तय कर पहुंच रहे स्कूल
जगदीशपुर (अमेठी)। कस्बे में स्थित प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर प्रथम ऐसे ही विद्यालयों में एक है जहां स्कूल परिसर के साथ पहुंच मार्ग तक तालाब में तब्दील हो गया है। विद्यार्थियों के साथ परिसर में संचालित बीईओ कार्यालय आने वाले शिक्षक व अफसरों को पानी के बीच से आवागमन करना पड़ा।
स्कूल के सामने लगभग दस मीटर की दूरी में सड़क पर भरे बारिश के पानी से बचने के लिए बच्चों को एक छोर पर जीजीआईसी और दूसरे छोर पर रामलीला मैदान से होकर 500 से एक किलोमीटर की दूरी तय करके पीछे के रास्ते से स्कूल आना-जाना पड़ रहा है। विद्यालय प्रांगण में जमा पानी बच्चों के परेशानी का सबब बना है। प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर प्रथम के सहायक अध्यापक अफजाल हुसैन ने बताया कि प्रधानाचार्य अनीता शर्मा शनिवार तक अवकाश पर हैं। जल जमाव की सूचना अफसरों को लिखित में दी जा चुकी है। (संवाद)
यूपीएस रामगंज बना तालाब
भादर (अमेठी)। ब्लॉक क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय रामगंज के प्रांगण में हल्की सी बरसात में भी जलभराव हो जाता है। प्रधानाध्यापक रवि कुमार मिश्र ने बताया कि बरसात होने पर बच्चों व शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जलभराव दूर करने के लिए समुचित व्यवस्था कराए जाने के लिए प्रधान व विभागीय अफसरों को लिखित रूप से अवगत कराया गया है। बावजूद इसके जलभराव दूर करने की दिशा में कोई काम नहीं हुआ है। बीईओ शिवकुमार यादव ने बताया कि क्षेत्र के 13 ऐसे विद्यालय हैं जहां प्रांगण में जलभराव हो जाता है। इन स्कूलों में जलभराव की परेशानी दूर करने के लिए बीडीओ को पत्र भेजकर जल निकासी व्यवस्था कराने को कहा गया है। (संवाद)
पानी में डूबा कंपोजिट स्कूल सांगीपुर
तिलोई (अमेठी)। दो दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से कंपोजिट विद्यालय सांगीपुर की सूरत को तालाब में तब्दील हो गया है। कंपोजिट विद्यालय सांगीपुर में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते बारिश का पानी विद्यालय परिसर में रुका हुआ है। इससे बच्चों के आवागमन में मुश्किलें आ रही हैं। विद्यालय में प्राथमिक में 91 व जूनियर में 61 बच्चे पंजीकृत हैं। जल निकासी से निपटने के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं किया गया है। ग्राम प्रधान से लेकर विभागीय अधिकारी को जानकारी होने के बावजूद समस्या निस्तारित नहीं हो सकी। प्रभारी प्रधानाध्यापिका शालिनी सिंह ने बताया कि बीईओ व ग्राम प्रधान से परिसर में जल भराव की परेशानी दूर करने की व्यवस्था कराने का अनुरोध किया गया है। (संवाद)
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