आखिर एक ही शिक्षक की अनुपस्थित रिपोर्ट क्यों अखर गई ? BSA प्रयागराज ने बताई ये वजह
प्रयागराज : बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों और कर्मचारियों के लिए मानव संपदा पोर्टल अखाड़ा बनता दिख रहा है। ऐसे ही एक मामले में सोरांव विकास खंड के एक शिक्षक की ऑनलाइन दिखी अनुपस्थित ने ऐसा हंगामा बरपाया कि एआरपी सुरेश त्रिपाठी को बीएसए की खरी-खोटी सुननी पड़ गई। नाराज बीएसए एसआरजी का ह्वाट्सअप ग्रुप भी छोड़कर बाहर हो गए।
बीएसए प्रवीण तिवारी के 12 सितंबर को लिखे पत्र के अनुसार जिले में सपोर्टिव सुपरविजन में अलग-अलग विकास खंडों के 25 शिक्षक अनुपस्थित दिखाए गए हैं। इसी तिथि को जारी एक अन्य पत्र में 3 सितंबर को भी चार शिक्षकों को अनुपस्थित बताया गया है। दोनों सूची में कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय, सोरांव के सहायक अध्यापक आशीष भट्ट का नाम है। तीन सितंबर को अध्यापक आशीष भट्ट की अनुपस्थित एआरपी सुरेश त्रिपाठी ने विद्यालय निरीक्षण में लगाई है।
आशीष भट्ट वर्तमान में कई अन्य शिक्षकों की तरह ऑग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की कार्यशाला की ड्यूटी में एक प्रशासनिक आदेश के तहत तैनात हैं। अनुपस्थित होने के दिन भी वह वहीं बताए गए हैं। विद्यालय रिकार्ड में भी यही दर्ज है।
फिलहाल, पोर्टल पर अनुपस्थित दर्ज होने से अन्य शिक्षकों की तरह आशीष भट्ट से भी जवाब-तलब हो गया।
इसके बाद जो कुछ हुआ, चर्चा का विषय वह बना है। बीएसए ने एसआरजी ह्वाट्सअप ग्रुप पर लिखा कि ऐसी ही दुष्टता किसी अन्य एआरपी द्वारा आशीष भट्ट के संदर्भ में की गई है। भट्ट, ऑग्ल भाषा शिक्षण संस्थान में कार्यशाला में हैं। उनका नाम भी अंकित किया गया है। जबकि सोरांव के सभी एआरपी भलीभांति अवगत हैं कि भट्ट जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग का सबसे मेहनती कर्मचारी है। जो रात 12 बजे तक प्रतिदिन मेहनत करता है। ऐसे वीर एआरपी को बारंबार नमन, जो अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ता है।
बीएसए ने आगे लिखा है कि सुरेश त्रिपाठी जी कृपया अवगत कराएं कि आपने क्या देखा ?
एक और संदेश में बीएसए ने एआरपी द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण में शिक्षकों को अनुपस्थित दिखाने को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा है कि हमारे “वीरों” ने उन शिक्षकों को भी अनुपस्थित किया है जो या तो प्रशिक्षण में हैं या प्रशिक्षण दे रहे हैं।
यहां यह गौरतलब है कि निपुण भारत में सभी शिक्षकों का प्रशिक्षण अनिवार्य है। सभी बीआरसी पर चार चरणों में प्रशिक्षण का अंतिम चरण चल रहा है। बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक सामने आ रहे हैं जिन्हें प्रशिक्षण में होने के बाद भी निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित दिखाया गया है। ऑनलाइन अनुपस्थित दिखने पर बीएसए की तरफ से ऐसे सभी शिक्षकों को नोटिस जारी करना पड़ रहा है। शिक्षक अनुपस्थित का नोटिस देखते ही टेंशन में आ जा रहे हैं।
बताते हैं कि निरीक्षण के लिए विद्यालय पहुंचने वाले एआरपी या अन्य अफसरों के सामने समस्या यह है कि मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों की उपस्थित और अनुपस्थित के काॅलम में विकल्प सीमित हैं। विभागीय कार्य दर्ज होने पर पोर्टल अनुपस्थित दिखाता है।
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