परिषदीय विद्यालयों का होगा निजी विद्यालय से तालमेल
बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों का निजी विद्यालयों से तालमेल होगा। इसके पीछे मकसद परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा पद्धति को हाईटेक बनाना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शासन का उद्देश्य शिक्षण संस्थाओं के मध्य और शिक्षा के प्रत्येक स्तर को परस्पर सहज और समन्वय बनाना है।
शासन ने इस बाबत बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र भेजा है। तालमेल मॉडल के हिसाब से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों को निजी विद्यालय, मान्यता प्राप्त अशासकीय विद्यालय, उच्च शिक्षण संस्थान, विश्वविद्यालय के शिक्षकों से शिक्षण संबंधी प्रशिक्षण लेने की अनुमति ले सकते हैं। विकास खंड में निजी विद्यालय का चयन खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे। इसके बाद परिषदीय विद्यालयों का निजी विद्यालयों से तालमेल कराया जाएगा।
यह साझीदारी दो विद्यालयों के बीच मेंटरशिप प्रोग्राम की तरह होगी। जिस विद्यालय के पास बेहतर संसाधन होंगे, वह इसे तालमेल विद्यालय के साथ साझा करेंगे। साथ ही एक-दूसरे विद्यालय के पुस्तकालय, प्रयोगशाला, खेल के मैदान, बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी, डिजिटल सुविधाओं का उपयोग आपसी सामंजस्य से किया जाएगा। परिषदीय विद्यालयों को निजी विद्यालयों के शिक्षकों से शिक्षण संबंधी सहयोग लेने की अनुमति दी जा सकती है।
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