छह माह बाद भी पेंशन के लिए भटक रहीं शिक्षिका
प्रयागराज। सेवानिवृत्ति के छह महीने बाद भी शिक्षिका पेंशन और जीपीएफ भुगतान के लिए भटक रही है। महिला
सेवा सदन इंटर कॉलेज की सहायक अध्यापिका शकील अंजुम 31 मार्च 2022 को सेवानिवृत्त हुईं। शासनादेश के अनुसार किसी शिक्षक के सेवानिवृत्ति से छह से आठ महीने पहले से ही उसके पेंशन और जीपीएफ के भुगतान के संबंध में कार्यवाही शुरू हो जानी चाहिए तथा रिटायरमेंट के दिन ही उसके समस्त देयकों का भुगतान कर दिया जाना चाहिए। लेकिन हैरानी की बात है कि शकील अंजुम के पेंशन और जीपीएफ की पत्रावली अभी तक स्कूल से ही जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय कार्यालय को नहीं भेजी गई। इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी पेंशन और जीपीएफ के भुगतान के संबंध में न तो कोई मॉनिटरिंग की और न ही कोई कार्रवाई की।
सेवा सदन इंटर कॉलेज की सहायक अध्यापिका शकील अंजुम 31 मार्च 2022 को सेवानिवृत्त हुईं। शासनादेश के अनुसार किसी शिक्षक के सेवानिवृत्ति से छह से आठ महीने पहले से ही उसके पेंशन और जीपीएफ के भुगतान के संबंध में कार्यवाही शुरू हो जानी चाहिए तथा रिटायरमेंट के दिन ही उसके समस्त देयकों का भुगतान कर दिया जाना चाहिए। लेकिन हैरानी की बात है कि शकील अंजुम के पेंशन और जीपीएफ की पत्रावली अभी तक स्कूल से ही जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय कार्यालय को नहीं भेजी गई। इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी पेंशन और जीपीएफ के भुगतान के संबंध में न तो कोई मॉनिटरिंग की और न ही कोई कार्रवाई की।
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