प्रधानाध्यापक की भूमिका पर उठे सवाल
गोला गोकर्णनाथ कुंभी ब्लॉक क्षेत्र प्राथमिक विद्यालय वीरपुर में रसोइया को हटाने का मामला तूल पकड़ने के बाद बीएसए के निर्देश पर शुक्रवार को बीईओ व जिला समन्वयक एमडीएम की टीम जांच करने पहुंची। जांच में प्रधानाध्यापक की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। जांच के दौरान बीईओ ने कई अन्य अनियमितताएं भी पकड़ी हैं। वहीं शिक्षामित्रों ने भी प्रधानाध्यापिका पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप भी लगाया है।
प्राथमिक विद्यालय वीरपुर की रसोइया रामकली ने बीएसए से शिकायत कर प्रधानाध्यापिका पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। रसोइया ने बताया कि छह दिसंबर 2022 को प्रधानाध्यापिका ने पुलिस को बुलाकर खाना बनाने से रोक दिया और रसोई पर ताला लगा दिया। पूछने पर प्रधानाध्यापिका ने रसोइया को बताया कि उसे निकाल दिया गया है। इससे परेशान रसोइया ने बृहस्पतिवार को बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय से मिलकर शिकायत की थी। बीएसए के निर्देश पर शुक्रवार को बीईओ श्रीराम और जिला समन्वयक ऋतुराज सिंह जांच करने प्राथमिक विद्यालय पहुंचे। उन्होंने विद्यालय परिसर में गंदगी खराब हैंडपंप बदहाल शौचालय देख नाराजगी जताई। बीईओ ने प्रधानाध्यापिका सविता देवी से रसोइया हाजिरी रजिस्टर मांगा तो वह मौके पर रजिस्टर नहीं दिखा पाई साफ सफाई के नाम पर 20 दिन को दिहाड़ी में 8000 रुपये खाते से निकाले जाने पर जब बीईओ ने पूछा तो प्रधानाध्यापिका उसका भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। वहीं स्कूल के स्टाफ में मौजूद शिक्षामित्र अटल बिहारी, शिवा देवी, सहायक अध्यापक नीलम दीक्षित ने प्रधानाध्यापिका पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया।
प्रधानाध्यापिका सविता देवी ने बताया कि जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह सब निराधार हैं। बीईओ श्रीराम ने बताया कि जो भी अनियमितताएं मिली हैं, उनकी रिपोर्ट बनाकर बीएसए को भेज दो जाएगी।
उन्होंने बताया कि वीरपुर गांव में हाल में ही बाप की घटना सुनने में आई है। विद्यालय की बाउंड्री बनाने के लिए भी रिपोर्ट में संस्तुति की जाएगी।
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