जिले में 120 अध्यापकों की फर्जीवाड़े के तहत हुई सेवा समाप्ति
राज्य परियोजना निदेशालय के स्कूल शिक्षा महानिदेशक के निर्देश पर फर्जी शिक्षकों पर शिकंजा कसते हुए रिकवरी की जाएगी। ऐसे शिक्षकों के विरुद्ध प्रत्येक जिले में अपर जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के पदों पर की गई अनियमित, नियम विरुद्ध व फर्जी रूप से नियुक्तियों की जांच के लिए समिति का गठन किया है। शिक्षा महानिदेशक ने फर्जी शिक्षकों को लेकर जिलाधिकारी को समिति के माध्यम से 14 टर्म ऑफ रेफरेंसेस पर जांच कराते हुए सेवा समाप्ति व प्रथम सूचना रिपोर्ट के साथ वेतन वसूली आदि की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि देवीपाटन मंडल में सबसे अधिक बलरामपुर जिले में 120 फर्जी नियम विरुद्ध अध्यापक तैनात रहे हैं। इन सभी पर नगर कोतवाली में चार चरणों में एफआईआर दर्ज कराकर सेवा समाप्त कर दिया गया है। जिनकी विवेचना पुलिस कर रही है। अभी तक बर्खास्त किए गए अध्यापकों से कोई भी वसूली विभाग की ओर नहीं किया गया है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक का फरमान जारी होते ही एक बार फिर बेसिक शिक्षा विभाग फर्जी अध्यापकों को लेकर हरकत में आ गया है। इसके अलावा बहराइच में तीन, श्रावस्ती में 30 व गोंडा में 45 फर्जी अध्यापक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर सेवा समाप्त किया गया है। देवीपाटन मंडल में सबसे अधिक फर्जी शिक्षक बलरामपुर में पकड़े जा चुके हैं। जिनकी सेवा समाप्ति तो विभाग कर दी है, लेकिन अभी तक किसी से वसूली नहीं हो सकी है।
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