शिक्षकों के अवकाश के मामलों में लापरवाही पड़ेगी भारी
सोनभद्र। परिषदीय विद्यालय में शिक्षकों के अवकाश स्वीकृति के मामले में गड़बड़ियों पर शासन का शिकंजा कसता जा रहा है। राज्य परियोजना कार्यालय ने अनियमितता पर बीएसए से जवाब मांगा है। जिले के अलग-अलग ब्लॉकों में शिक्षकों के अवकाश मामले में अनियमिता मिली है।
शासन स्तर पर समीक्षा में यह तत्थ सामने आया है कि कई स्कूलों में शिक्षक सुबह के समय मानव संपदा पोर्टल पर अपनी लॉगिन से अवकाश लेते हैं। कई बाद अवकाश को दोपहर बाद कैंसिल कर दिया गया। ऐसे में शिक्षक गैरहाजिर तो हुए मगर उनकी गैैर हाजिरी दर्ज नहीं हुई है।
अवकाश लेने व निरस्त होने की सूचना रिर्पोटिंग शिक्षक और बीईओ के पास चली जाती है। अवकाश कैंसिल होने के बावजूद बीईओ की ओर से ऐसे मामलो को नजर अंदाज कर दिया जाता है, जबकि वे इससे अंजान रहे कि सभी गतिविधियां मास्टर सर्वर पर दर्ज होती हैं। ऐसे में अब ऐसे लोगों पर विभाग शिकंजा कसेगा। राज्य परियोजना कार्यालय ने बीएसए के माध्यम से जिले के सभी ऐसे प्रकरणों की अलग-अलग जांच रिपोर्ट मांगा है, जिसे पांच जनवरी तक उपलब्ध कराना है। शासन ने ऐसे मामलों में रिपोर्टिंग ऑफिसर की भूमिका पर भी सवाल उठाया है। ऐसेेे में आने वाले दिनों में कइयों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वाराणसी, मिर्जापुर के साथ ही कई अन्य जिलों से भी इससे संबंधित प्रकरण में जवाब मांगा गया है। बीएसए हरिवंश कुमार ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप स्कूलों में कायाकल्प का कार्य कराया जा रहा है। कई स्कूलों में तेजी से कार्य हो रहा है। कायाकल्प के साथ ही किसी भी अन्य मामले में लापरवाही न बरतने का निर्देश दिया गया है।
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