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हर महीने ले रहे मोटी पगार, स्कूल जाने के लिए कुछ गुरुजी आज भी नहीं होते तैयार


झांसी। जिले में बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने सालों से अपना विद्यालय नहीं देखा। ये हर महीने मोटी पगार तो ले रहे हैं, लेकिन शिक्षण व्यवस्था के नाम पर बिल्कुल शून्य हैं। विभागीय अधिकारियों ने विद्यालयों का निरीक्षण किया तो 100 से अधिक शिक्षक सामने आए हैं जो विद्यालय से गायब रहते हैं।


जिले के 1452 परिषदीय स्कूलों में करीब चार हजार शिक्षक तैनात हैं। इनमें बड़ी संख्या में शिक्षक ऐसे हैं, जो स्कूल ही नहीं जाते हैं। हाल ही में नवंबर और दिसंबर 2022 में हुए स्कूलों के निरीक्षण में 100 से अधिक शिक्षक नदारद मिले थे। विभाग गायब शिक्षकों से जवाब मांगा, तो कई शिक्षकों का जवाब लौटकर नहीं आया।


बताया गया है कि गायब रहने वाले कई शिक्षक रसूखदार परिवारों से हैं। वहीं तमाम शिक्षक अधिकारियों की मिलीभगत से वेतन पा रहे हैं। निरीक्षण में गायब मिलने और जवाब न देने वाले शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करने की तैयारी में है।
केस 1:
प्राथमिक विद्यालय चंदार में नियुक्त शिक्षिका रश्मि गुप्ता पिछले दो सालों से अवैतनिक अवकाश पर हैं। इससे पहले भी वे कभी चिकित्सीय अवकाश कभी बाल्य देखभाल अवकाश पर रही हैं। अगस्त 2022 में अवैतनिक अवकाश समाप्त होने के बाद भी बिना सूचना के गायब चल रहीं हैं। सितंबर में एडी बेसिक के निरीक्षण के बाद बीएसए ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था। जिसका जवाब भी अब तक नहीं आया है।


केस 2:
प्राथमिक विद्यालय बापू का खिरक के शिक्षक दीपक सोनी सितंबर 2022 से स्कूल नहीं आ रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी को भी उनके अवकाश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। निरीक्षण में गायब मिलने पर शिक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया है। इसके अलावा शिक्षक के बैंक खाते और वेतन संबंधी दस्तावेज भी जांचे जा रहे हैं।
केस 3:
कंपोजिट विद्यालय पुनावली खुर्द में नियुक्त शिक्षिका रिचा लिटौरिया पिछले चार सालों से अनुपस्थित हैं। स्कूल में पढ़ा रही अन्य शिक्षिकाओं को भी शिक्षिका की अनुपस्थिति की वजह पता नहीं है। निरीक्षण में अनुपस्थित मिलने पर एडी बेेसिक ने शिक्षिका से जवाब तलब किया है। साथ ही सेवा समाप्ति की कार्रवाई की संस्तुति की है।


केस 4:
परिषदीय विद्यालय परसा में नियुक्त शिक्षिका वर्षा ओझा पिछले एक साल से स्कूल से गायब हैं। आईजीआरएस पर शिक्षिका की लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायत की गई थी। जिसके बाद से शिक्षा विभाग शिक्षिका के पुराने रिकॉर्ड खंगाल रहा है। शिक्षिका पहले भी कई गायब रह चुकी हैं।
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शिक्षकों की बिना सूचना के अनुपस्थिति बिल्कुल माफ नहीं की जाएगी। ऐसे शिक्षक जो कई महीनों और सालों से नहीं आ रहे हैं। उनकी सेवा समाप्ति के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। - अरुण कुमार शुक्ल, एडी बेसिक
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खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक करेंगे। लंबे अरसे से अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों की सूचना खंड शिक्षा अधिकारियों से एकत्र की जाएगी। इनके वेतन की भी पड़ताल कराई जा रही है। - नीलम यादव, बीएसए

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