अध्यापकों की पदोन्नति में रोड़ा बन रहे अफसर, पढ़ें पूरी खबर
प्रभारी प्रधानाध्यापकों के भरोसे सैकड़ों विद्यालय
जिले में सैकड़ों प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां प्रधानाध्यापक का पद सृजित है। इसके बाद भी पूर्णकालिक प्रधानाध्यापक की नियुक्ति नहीं हुई है। एसे विद्यालयों का संचालन प्रभारी प्रधानाध्यापक के भरोसे हो रहा है।
सुल्तानपुर। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति की राह में बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर ही रोड़ा बन रहे हैं। बीएसए ने कई बार सहायक अध्यापकों की वरिष्ठता सूची तैयार करने को कहा लेकिन खंड शिक्षा अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अंतिम बार तीन जनवरी तक खंड शिक्षा अधिकारियों से शिक्षकों की वरिष्ठता सूची मंगाई थी। अंतिम तिथि के एक सप्ताह बाद भी किसी खंड शिक्षा अधिकारी ने वरिष्ठता सूची उपलब्ध नहीं कराई है।
करीब सात साल से पदोन्नति की आस लगाए बेसिक शिक्षकों में शासन से हरी झंडी मिलने के बाद उम्मीद जगी थी। हालांकि विभागीय लापरवाही के चलते पदोन्नति की औपचारिकताएं भी शुरू नहीं हो सकी हैं। शासन स्तर से कार्मिक विभाग ने सभी अहं कार्मिकों की पदोन्नति करने का निर्देश जारी किया है। बेसिक शिक्षा विभाग भी पदोन्नति की तैयारियों में लग गया है।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश के कई जिलों में बीएसए की ओर से पदोन्नति के लिए वरिष्ठता सूची बनाने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही शिक्षकों की पदोन्नति के लिए वरिष्ठता सूची बनाने का काम चल रहा है। जिले में यह कार्य पूर्ण नहीं हो सका। बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार प्रति वर्ष वरिष्ठता सूची जारी होनी चाहिए।
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