यूपी बोर्ड की न किताबें बदलेंगी, न पाठ्यक्रम
लखनऊ : यूपी बोर्ड के नए माध्यमिक शिक्षा परिषद् (उ.प्र.) शैक्षणिक सत्र में एनसीईआरटी का आंशिक संशोधित पाठ्यक्रम ही पढ़ाया जाएगा। अधिकतर पुस्तकें पहले से ही बाजार में हैं, जो अभी नहीं हैं वह भी बोर्ड द्वारा समय से उपलब्ध करा दी जाएंगी। यूपी बोर्ड का सत्र अप्रैल से शुरू हो रहा है।
यूपी बोर्ड में 2018 से एनसीआरटी का पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है लेकिल कोविड के समय नौवीं से 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कटौती की गई थी। कोविड के बाद अब सामान्य स्थिति है इसलिए बोर्ड ने नए शैक्षणिक सत्र 2023-24 से संपूर्ण पाठ्यक्रम बहाल करने का निर्णय लिया है। बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि एनसीईआरटी ने कुछ टापिक हटाते और कुछ जोड़ते हुए आंशिक संशोधन के साथ पाठ्यक्रम तैयार किया है। एनसीईआरटी के आंशिक संशोधन के बाद जारी पाठ्यक्रम ही यूपी बोर्ड में भी पढ़ाया जाएगा महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने स्पष्ट किया कि कोविड काल में जिस 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम को निलंबित किया था वह पहले भी किताबों का हिस्सा था। उसे पढ़ाई व परीक्षा से हटाया गया था, किताबों में वह मौजूद था।
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