गलती प्रधानाध्यापकों की, सजा भुगतेंगे 200 शिक्षक
पडरौना। जिले के 76 परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की स्कूलों में उपस्थिति इस माह के निर्धारित तिथि तक लॉक नहीं किया गया। इसके चलते इन विद्यालयों में तैनात करीब 200 शिक्षकों का वेतन अप्रैल माह का रुक सकता है। इसकी वजह प्रधानाध्यापक नेटवर्क की समस्या बता रहे हैं। हालांकि, शिक्षक संगठन ने बीएसए और लेखाधिकारी से मिलकर समस्या के समाधान की मांग की है।
बेसिक शिक्षा परिषद में कार्यरत शिक्षकों के वेतन का भुगतान ऑनलाइन किया जाता है। प्रत्येक माह 21 से 23 तारीख के बीच प्रधानाध्यापक अपने विद्यालय के कर्मियों की उपस्थिति लॉक करते हैं, लेकिन 76 विद्यालयों में 23 तारीख बीत जाने के बाद भी इस प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया।
पडरौना के बीईओ पंकज कुमार सिंह ने इसके लिए 10 प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अब प्रधानाध्यापक बीएसए और लेखाधिकारी से इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं।
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह व महामंत्री छेदी प्रसाद ने इस मुद्दे पर बीएसए व लेखाधिकारी सहित बीईओ से मिलकर वार्ता की, लेकिन स्थानीय स्तर पर समाधान निकलता नहीं देखकर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने महानिदेशक, स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश लखनऊ को ई-मेल कर शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए आग्रह किया है।
जिन स्कूलों की तरफ से उपस्थिति लॉक नहीं की गई है, उनका विवरण लेखा विभाग की वेबसाइड पर नहीं दिखेगा। लेखा कार्यालय से इस संबंध में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है। ऐसे में संबंधित शिक्षकों का वेतन जारी करना संभव नहीं है। लापरवाही बरतने वालों पर विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।
त्रिभुवन लाल, वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा
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