बेसिक स्कूलों के भी दिन बहुरे, कभी टूटे फूटे थे ब्लैक बोर्ड, अब दिखते है स्मार्ट क्लास
पालिका से नगर निगम बनने के साथ ही अलीगढ़ में शिक्षा की अलग ही अलख जागी। परिषदीय से लेकर लेकर उच्च शिक्षा तक में बेहतर बदलाव हुआ है। कभी प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च महाविद्यालयों में टूटे फूटे ब्लैक बोर्ड नजर आते थे। लेकिन अब इन ब्लैक बोर्ड की जगह स्मार्ट क्लास ने ली है। एलईडी और प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
बात पहले बेसिक शिक्षा की करते हैं। पहले जहां सिर्फ प्राथमिक विद्यालय ही संचालित किए जाते थे। अब वही स्कूल बदले हुए नजर आ रहे हैं। प्राथमिक विद्यालयों के साथ इंग्लिश मीडियम स्कूल, जू. हाई स्कूल बन चुके हैं। आयोग से भर्ती होने के कारण शिक्षक भी गुणवत्ता पूर्वक मिलने लगे हैं। उसके साथ ही छात्रों को पढ़ाने लिखाने के लिए निपुण अभियान के साथ कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। जू. हाई स्कूल में छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा के प्रयोग के लैब भी शुरु हो गए हैं। माध्यमिक शिक्षा गुणवत्ता में बेहद सुधार हुआ है। विज्ञान के छात्रों की प्रतियोगिता कर उन्हें नवाचार से परिचय कराया जा रहा है। वहीं उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति के तहत कोर्स में हुए बदलाव के कारण कई प्रोफेशनल्स कोर्स छात्रों को भविष्य सुधारने में मदद कर रहे हैं।
उच्च शिक्षा के लिए अलीगढ़ जनपद में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अलावा आगरा यूनिवर्सिटी पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब राजा महेंद्र प्रताप राज्य यूनिवर्सिटी की स्थापना होने के बाद अलीगढ़ हजारों छात्रों को भविष्य सवारने का मौका मिल रहा है। वहीं इसके साथ निजी क्षेत्र में भी कई आधुनिक महाविद्यालय खुलने से छात्रों को अपने ही शहर में बेहतर मौका मिला है।
प्राथमिक स्कूलों की संख्या
अलीगढ़ कुल परिषदीय स्कूल - 2115
इंग्लिश मीडियम स्कूल - 223
प्राथमिक विद्यालय - 1382
जू. हाई स्कूल - 358
माध्यमिक स्कूलों की संख्या
कुल माध्यमिक स्कूल - 794
एडिड विद्यालय - 94
राजकीय विद्यालय - 35
वित्त विहीन विद्यालय - 667
अलीगढ़ विश्व विद्यालय
केंद्रीय : अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय
राज्यीय - राजा महेंद्र प्रताप सिंह विवि
निजी - मंगलायतन विवि.
शिक्षा के क्षेत्र में अलीगढ़ जनपद में पालिका के समय से स्कूलों की स्थिति दयनीय थी। लेकिन पिछले 20 वर्षों में स्कूलों ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिला है। परिषदीय से लेकर उच्च शिक्षा तक बेहतर बदलाव देखने को मिला है।
विरेंद्र सिंह, प्रधानाचार्य, मॉर्डन इंग्लिश मीडियम स्कूल, एलमपुर
मेरी शिक्षा नौरंगी लाल इंटर कॉलेज से हुई। तब से लेकर अब तक कॉलेज में बहुत बदलाव हो चुका है। पहले हम लैब पुस्तकालय आदि की सुविधा से वंचित थे। लेकिन अब छात्रों सभी तरह की सुविधा आसानी से मिल रही है।
विमल सिंह, क्लर्क
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