इस बार रिजल्ट देने में भी यूपी बोर्ड तोड़ेगा रिकॉर्ड
कोडिंग-रोबोटिक्स-एआई भी पढ़ेंगे छात्र
प्रयागराज। डिजिटल साक्षरता में यूपी बोर्ड और संस्कृत शिक्षा बोर्ड के छात्र-छात्राएं अब किसी भी दूसरे बोर्ड के बच्चों से पीछे नहीं रहेंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यूपी बोर्ड व संस्कृत शिक्षा बोर्ड से जुड़े प्रदेशभर के 29 हजार से अधिक स्कूलों में कोडिंग, रोबोटिक्स, ई-कॉमर्स व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू कराने की तैयारी की है। इस महत्वाकांक्षी पहल की जिम्मेदारी दोनों बोर्ड के सचिवों को दी गई है।
स्क्रूटनी के लिए परीक्षकों का पैनल बना रहा बोर्ड
परिणाम घोषित होने के साथ बोर्ड के प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालयों ने स्क्रूटनी के लिए विषय विशेषज्ञों का पैनल बनाना शुरू कर दिया है। यूपी बोर्ड के वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय के उप सचिव ने 21 अप्रैल को जिला विद्यालय निरीक्षक वाराणसी को हाईस्कूल के लिए हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित, गृह विज्ञान, उर्दू, कम्प्यूटर व चित्रकला के विशेषज्ञों की सूची भेजी है। इसके अलावा इंटर के विषय विशेषज्ञों को रिपोर्ट करने को कहा है। अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों ने भी परीक्षकों की सूची तैयार की है।
● इससे पहले कभी इतनी जल्दी घोषित नहीं हुआ परीक्षा का परिणाम
● समय से पहले मूल्यांकन पूरा होने के कारण रिजल्ट में मिली मदद
प्रयागराज, । यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित करने में भी इस साल रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले बोर्ड ने कभी इतनी जल्दी परिणाम जारी नहीं किया था। समय से परिणाम घोषित होने से छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई समय से शुरू करने में मदद मिलेगी। इससे पहले 2019 में बोर्ड ने 27 अप्रैल को 10वीं-12वीं का परिणाम जारी किया था।
2023 की बोर्ड परीक्षा में तीस सालों में पहली बार हुआ कि परीक्षा केंद्रों से पेपरलीक, रांग ओपनिंग या सामूहिक नकल की एक भी शिकायत नहीं मिली। प्रदेशभर के 258 केंद्रों पर हाईस्कूल की लगभग 1.86 करोड़ तथा इंटरमीडिएट की 1.33 करोड़, कुल 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 18 से 31 मार्च के बीच पूरा हुआ
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