बेसिक शिक्षा विभाग: मार्च में मिला रुपया, अब तय हुआ ड्रेस का रंग
बेसिक शिक्षा परिषद के 1.50 लाख से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत रसोइयों को ड्रेस के लिए रुपया मिलने के तीन महीने बाद उसका कलर तय किया जा सका है। पीएम पोषण योजना के तहत महिला रसोइयों को भूरे रंग की साड़ी व पुरुष रसोइयों को भूरे रंग का पैंट व बादामी रंग की शर्ट लेनी होगी। बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर शासन के विशेष सचिव ऋषिकेश दुबे ने सात जून को मंजूरी दी है।
जिस पर मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के निदेशक विजय किरन आनंद ने 14 जून को सभी बीएसए को इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है, हालांकि समस्या यह है कि कपड़े का पैसा रसोइयों के खातों में पहले ही भेजा जा चुका है और उनमें से अधिकांश ने खरीद भी लिया है। तीन महीने बाद वर्दी का रंग (कलर) तय होने के कारण इस बार अनुपालन मुश्किल लग रहा है।
परिषदीय विद्यालयों के अलावा अन्य सरकारी एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत लगभग 3,72,509 रसोइयों को वस्त्रत्त् के लिए 500-500 रुपये के हिसाब से 14 मार्च को प्रदेश सरकार ने पहली बार 18.62 करोड़ रुपये का बजट जारी किया था। प्रयागराज में 9321 रसोइयों को 46.60 लाख रुपये मिला था। अब हर साल रसोइयों को 500 रुपये की राशि किचन परिधान के मद में मिलेगी।
पीएम पोषण योजना के तहत रसोइयों को दिए जाने वाले ड्रेस का रंग (कलर) निर्धारित करने संबंधी आदेश मिला है। इस संबंध में रसोइयों को स्वीकृत कलर की वर्दी खरीदने के निर्देश दिए गए हैं। -राजीव त्रिपाठी, जिला समन्वयक मिड-डे-मील योजना
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