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सख्ती👉 वाहन पर जाति लिखी तो 5000 का चालान होगा

● सीएम की सख्ती पर परिवहन-यातायात विभाग कार्रवाई की तैयारी में

● केन्द्र सरकार ने तीन साल पहले यूपी को कार्रवाई के लिए लिखा था पत्र


अगर आपने अपने वाहन पर सक्सेनाजी, जाट, यादव, गुर्जर, क्षत्रिय या किसी भी तरह के जातिसूचक शब्द लिखवा रखे हैं तो तत्काल हटवा दीजिए। वाहन पर ऐसे जातिसूचक शब्द आपके लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकते हैं। सीएम की नाराजगी के बाद गाड़ी मालिक का रुपये 5000 का चालान हो सकता है। रौब झाड़ा तो गाड़ी सीज भी हो सकती है। पूर्व में ऐसी कार्रवाई में 41 लोग पकड़े जा चुके हैं।


मुख्यमंत्री के सख्ती के बाद परिवहन विभाग और यातायात पुलिस जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, भारत सरकार की तरफ से प्रदेश सरकार को साल 2020 में कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया था। दिसंबर 2020 में परिवहन विभाग के अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) की तरफ से जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। अब फिर वाहनों पर जातिसूचक शब्द मिलने पर कार्रवाई होने जा रही है। इसके अलावा शहीद पथ, लखनऊ-अयोध्या, लखनऊ-रायबरेली, लखनऊ-कानपुर, लखनऊ-सीतापुर हाईवे और एक्सप्रेस पर एंबुलेंस की जगह तय होगी।


लखनऊ में अब तक ऐसे 41 चालान

लखनऊ में जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई की बात करें तो आरटीओ लखनऊ के पास साल 2021 में ऐसी कार्रवाई का आंकड़ा 41 चालान का है। यानी जाति सूचक शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई में अफसर ही दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं। यही वजह है कि वाहन स्वामी बिना किसी डर अपने वाहन के नंबर प्लेट या विंडस्क्रीन पर जातिसूचक शब्द लिखवाकर रौब झाड़ते हैं।

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