ढाई वर्ष से शिक्षक नहीं, जूनियर के बच्चों की प्राइमरी में होती है पढ़ाई
देवरिया के पथरदेवा ब्लाक में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय फरेंदहा अधिकारियों की लापरवाही का दंश झेल रहा है। आलम यह है कि बीते ढाई वर्षों से विद्यालय में कोई शिक्षक नहीं है।
आज के हिन्दुस्तान पेपर में प्रकाशित
पथरदेवा,। जिले के पथरदेवा ब्लाक में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय फरेंदहा अधिकारियों की लापरवाही का दंश झेल रहा है। आलम यह है कि बीते ढाई वर्षों से विद्यालय में कोई शिक्षक नहीं है। इसके चलते विद्यालय पर छात्रों की पढ़ाई ठप है। कोरमपूर्ति के लिए विद्यालय में पंजीकृत छात्रों की बगल के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा संचालित कर दी जाती है। ऐसे में निपुण लक्ष्य कैसे हासिल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
पथरदेवा ब्लाक के ग्राम पंचायत फरेंदहा में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय सर्व शिक्षा अभियान पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। वर्तमान शैक्षिक सत्र में विद्यालय में 24 छात्र पंजीकृत हैं लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक मौजूद नहीं है। विद्यालय में शिक्षकों की यह समस्या वर्ष 2020 से चली आ रही है। बीते ढाई वर्ष पूर्व विद्यालय में दो शिक्षक कार्यरत थे लेकिन एक शिक्षक राघवेंद्र त्रिपाठी का गैर जनपद में स्थानातंरण और दूसरे शिक्षक प्रमोद गौतम का एआरपी पद पर चयन हो गया। एआरपी बन जाने के बाद प्रमोद गौतम विद्यालय से कार्यमुक्त हो गए। उसके बाद से ही विद्यालय शिक्षक विहीन चल रहा है। हालांकि एआरपी बने शिक्षक कभी-कभार विद्यालय पहुंच जाते हैं। उन्होंने वर्तमान सत्र में 24 बच्चों का एडमिशन कर लिया है लेकिन अब एडमिशन करने से हाथ खड़ा कर दिए हैं। उनका कहना है कि बार-बार सूचना देने के बाद भी विभाग विद्यालय में किसी शिक्षक की तैनाती नहीं कर रहा है। ऐसी स्थिति में बच्चों का प्रवेश लेना उचित नहीं है। स्थानीय खंड शिक्षाधिकारी गोपाल मिश्र ने वैकल्पिक व्यवस्था कर पंजीकृत छात्रों की बगल के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चलवा रहे हैं लेकिन यह निपुण लक्ष्य को हासिल करने में कारगर साबित नहीं हो पा रहा है।
बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि यह प्रकरण पहली बार मेरे संज्ञान में आया है। बीईओ से इसकी जानकारी ली जाएगी। संबंधित विद्यालय में शिक्षकों की व्यवस्था करने के लिए जल्दी ही आवश्यक कदम उठाया जाएगा
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