आयोग ने पद आवंटन से पहले अभ्यर्थियों से पूछीं वरीयताएं
यूपीपीएससी ने अभ्यर्थियों को प्रेषित किए अधिमान्यता प्रपत्र ई-मेल पर मांगी जानकारी
प्रयागराज। सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा-2023 के तहत केवल मुख्य परीक्षा के आधार पर चयन को लेकर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने अभ्यर्थियों से पदों के बारे में उनकी वरीयता क्रम की जानकारी मांगी है। अभ्यर्थियों की वरीयताएं और मेरिट के आधार पर उन्हें पद आवंटित किए जाएंगे।
पीसीएस-2023 के तहत कुल 254 पदों पर भर्ती होनी है। इनमें से 104 पद ऐसे हैं, जिन पर केवल मुख्य परीक्षा के आधार पर चयन होना है ।150 पदों पर लिखित परीक्षा एवं इंटरव्यू के माध्यम से चयन किया जाना है। आयोग ने ऐसे 170 अभ्यर्थियों को उनके रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर अधिमान्यता प्रपत्र भेजकर उनसे पदों की वरीयता के वारे में ज्यनकारी मांगी है।
अभ्यर्थियों की रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर आयोग की जिस ई-मेल आईडी से अधिमान्यता प्रपत्र भेजे गए हैं, अभ्यर्थियों को अधिमान्यता प्रपत्र पूर्ण रूप से भरकर आयोग की उसी ई-मेल आईडी पर तीन जनवरी 2024 तक वापस भेजने हैं। आयोग के अनुसचिव ओंकारनाथ सिंह के अनुसार निर्धारित तिथि तक अधिमान्यता प्रपत्र उपलब्ध न कराने वालों को अधिमान्यता प्रपत्र के संदर्भ में कोई अतिरिक्त अवसर नहीं दिया जाएगा।
पीसीएस-2023 के तहत छह प्रकार के 104 पदों पर केवल लिखित परीक्षा के माध्यम से भर्ती होनी है। अगर एक प्रकार का पद होता तो अभ्यर्थियों से उनकी वरीयता पूछने की जरूरत न पड़ती, लेकिन छह प्रकार के पद होने के कारण आयोग ने अभ्यर्थियों से पदों की क्रमवार वरीयता की जानकारी देने के लिए कहा है।
कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं में उपकारापाल के 75 पदों एवं नगर विकास विभाग में कर निर्धारण अधिकारी के 10 पदों के लिए ऐसे 151 अभ्यर्थी, जो साक्षात्कार के लिए सफल घोषित नहीं हुए हैं, उनसे कर निर्धारण अधिकारी एवं उपकारापाल पद की अधिमान्यताएं मांगी गई हैं। इसी तरह भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय में प्राविधिक सहायक भू-भौतिकी के एक पद एवं उपकारापाल पद के लिए दो अभ्यर्थियों ने अधिमान्यताएं मांगी गई हैं।
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