शिक्षकों से लिया जाए केवल शिक्षण संबंधी कार्य
बलरामपुर। शिक्षा में गुणवत्ता लाने और गतिविधि को रोचक बनाने के लिए शिक्षकों से सिर्फ शिक्षण का कार्य ही लिया जाना चाहिए। शिक्षकों को शिक्षण कार्य रुचिपूर्ण बनाने के लिए उसे अन्य कार्यों से मुक्त रखना होगा, तभी सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। यह बात विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप चौहान ने कही। वह शिक्षक संकुल की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिक्षकों को बाबू व चपरासी बना दिया गया है। विद्यालय खोलने व बंद करने से लेकर राशन, सब्जी व फल लाने तक की जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर है। ऐसे में वह बच्चों को बेहतर तरह से पढ़ाने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। कहा कि शिक्षक भारत व राज्य को निपुण बनाने मे सक्षम है, बशर्ते कि उन पर अतिरिक्त बोझ न लादा जाए। बैठक का संचालन जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के ब्लाॅक अध्यक्ष शराफत उल्ला ने किया। बैठक में शिक्षको ने विभिन्न टीएलएम के माध्यम से कक्षाकक्ष को रुचिकर बनाने पर अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर रियाज अहमद, शिवपाल गुप्ता, ईश्वर चन्द विद्यासागर, राम सागर, विनोद कुमार, कमाल अहमद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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