स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति का गिरा ग्राफ, नहीं मिलेगा वेतन
बुलंदशहर। परिषदीय स्कूलों में मिड डे मील खाने वालों बच्चों की संख्या में गिरावट आई है। सीएम डैश बोर्ड में जिले के कुछ ब्लॉकों में 172 स्कूल ऐसे सामने आए हैं जिनमें बच्चों की उपस्थिति कम है। इसके अलावा 20 स्कूल तो ऐसे हैं जिनमें बच्चों की उपस्थिति शून्य है। बीएसए ने बीईओ को आदेश जारी कर इन स्कूलों की समीक्षा कर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों के सभी शिक्षकों को दिसंबर माह का वेतन भी नहीं मिलेगा। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए संचालित योजनाओं की अब सीएम डैश बोर्ड से समीक्षा होती है। बीएसए ने बताया कि जिले के कुछ बच्चों की उपस्थिति काफी कम है तो इसका प्रभाव रैंक पर पड़ा है। जिन स्कूलों में उपस्थिति कम है उनकी सूची तैयार कर बीईओ रिपोर्ट देंगे। फिलहाल उक्त स्कूलों के शिक्षकों का दिसंबर माह का वेतन नहीं दिया जाएगा। आगे भी अब स्कूलों में उपस्थिति कम रही तो वेतन नहीं दिया जाएगा। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 75 फीसदी से अधिक होनी चाहिए।
20 स्कूलों में शून्य आ रही उपस्थिति
जिले के 16 ब्लॉक में 175 स्कूल ऐसे आए हैं जिनमें बच्चों की संख्या 50 फीसदी से कम है, इसके अलावा इनमें 20 स्कूल शून्य उपस्थिति वाले हैं। बीएसए ने सभी ब्लॉक के बीईओ को निर्देश जारी कर समीक्षा के लिए कहा है। इसके अलावा अन्य स्कूलों में 50 से लेकर शत-प्रतिशत तक उपस्थिति दर्ज है। बताया गया कि कम उपस्थिति वाले स्कूलों के शिक्षकों को इस माह का वेतन नहीं दिया जाएगा।
अक्तूबर में सी श्रेणी में था जिला
सीएम डैश बोर्ड से स्कूलों में योजनाओं की समीक्षा होती है। अक्तूबर माह में जिला सी श्रेणी में था, मगर अब बीए श्रेणी में है। बच्चों की उपस्थिति विभाग ने 75 प्रतिशत मांगी है। चार चीजें सीएम डैश बोर्ड में हैं। बच्चों की उपस्थिति, स्कूलों के निरीक्षण में ए श्रेणी कायाकल्प में ए श्रेणी में और निपुण में जिला बी श्रेणी में है। बीएसए ने बताया कि अब इनमें सुधार हो रहा है, सभी योजनाओं को ए श्रेणी में लाया जाएगा इसके लिए पूरी मेहनत शुरू हो गई है। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
जिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम है वहां संबंधित स्कूल के शिक्षकों का वेतन नहीं दिया जाएगा। बीईओ को लिख दिया है वह समीक्षा कर तत्काल रिपोर्ट दें। शिक्षक स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से अधिक करें या इतनी होनी चाहिए। लापरवाही पर सीधे अब सस्पेंड किया जाएगा।
-डा. लक्ष्मीकांत पांडे्य, बीएसए
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