नंदघर में पीएम बने ‘मास्टर मोदी’
वाराणसी। कटिंग मेमोरियल स्कूल के मैदान पर लगे स्टॉलों पर घूमते हुए पीएम मोदी आंगनबाड़ी के परिवर्धित और विकसित संस्करण ‘नंदघर’ पहुंचे। वहां सौ से अधिक बच्चे मानों उनका इंतजार ही कर रहे थे। पीएम को देखते ही सभी अपने स्थानों पर चहकते हुए उठ खड़े हुए। ‘स्वागत है आदरणीय प्रधानमंत्री जी’ का सामूहिक स्वर पीएम को मुस्कराने से नहीं रोक सका।
पीएम ने एक जगह से चारों ओर घूमते हुए वृत्ताकार सजी बेंच पर बैठे बच्चों को देखा। फिर एक एक बेंच पर बैठे बच्चों से मुखातिब हुए। कहीं दीवाल पर लगी विभिन्न आकृतियों का बच्चों से नाम पूछा तो किसी छात्र-छात्रा से उसकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उनकी बातचीत में ऐसी सहजता कि बच्चे भी खुलकर सवालों के जवाब दे रहे थे। मानों उनमें नई ऊर्जा का संचार हो गया था। दो-तीन मेजों पर बच्चों के बनाए कुछ मॉडल रखे थे। वहां प्रधानमंत्री ने कुछ अधिक क्षण बिताए। नंदघर में लगभग 10 मिनट तक ऐसे क्षण भी आए जब पीछे-पीछे चल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मुस्करा उठे।
... कहीं आप मोबाइल फोन तो नहीं खरीद लेंगी?’
वाराणसी। छोटा कटिंग मेमोरियल के मैदान में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंटर की छात्राओं से सुमंगला योजना की जानकारी ली। रानी मुरारका बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा जाह्वनी श्रीवास्तव से पूछा- आप सुमंगला योजना से मिले पैसे से क्या करेंगी? जाह्नवी ने कहा कि वह शिक्षा में इसका इस्तेमाल करेंगी। इस पर पीएम हंसते हुए बोले-‘...कहीं आप मोबाइल फोन तो नहीं खरीद लेंगी।’ मीरापुर बसहीं की जाह्वनी श्रीवास्तव ने पीएम के इस सवाल पर कहा कि नहीं, वह मम्मी के फोन से पढ़ती है। सुमंगला योजना से मिले पैसे से वह किताबें खरीदेगी, खूब पढ़ेगी। इसी कॉलेज की राजश्री से भी पीएम ने बात की। देवनाथपुरा की राजश्री से पूछा कि सुमंगला योजना क्या है? राजश्री ने योजना के शुरुआत से लेकर पूरा होने तक के चरण को गिनाया।
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