प्रधानाध्यापक ने बच्चों के रंंगीन स्वेटर उतरवाकर छह घंटे तक अलग बैठाया
राजाबाजार (जौनपुर)। महराजगंज इलाके में एक प्राइवेट स्कूल के प्रधानाध्यापक पर बच्चों को बगैर स्वेटर के छह घंटे तक बैठाने का आरोप है। शनिवार को दिन में इन बच्चों के परिजनों ने स्कूल में पहुंचकर हंगामा भी किया। करीब दो घंटे चले हंगामे के बाद प्रधानाध्यापक ने माफी मांगी तब जाकर मामला शांत हुआ।
क्षेत्र के एक निजी पब्लिक स्कूल में उसी इलाके के मीरापुर केवल गांव की महिला ग्राम प्रधान मीना देवी का छह वर्षीय पुत्र अमन और आठ वर्षीय पुत्री श्वेता पढ़ते हैं। बच्चों के दादा राजेश कुमार कनौजिया ने बताया कि उनके दोनों पौत्र-पौत्री के साथ शुक्रवार को स्कूल की महिला प्रधानाध्यापक ने गलत बर्ताव किया। बताया कि बच्चे रंगीन स्वेटर पहनकर गए थे। यह बात प्रधानाध्यापिका को नागवार लगी। ऐसे में दोनों बच्चों को अलग कमरे में ले जाकर गर्म कपड़े उतरवाकर केवल पतले यूनीफार्म पर ही दोनों को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक अकेले बैठाये रखा। उनका कहना था कि विंटर कोट पहनकर बच्चे क्यों नहीं आए। दादा के अनुसार, महंगा कोट होने के कारण वह नहीं खरीद सके थे। शनिवार को किसान यूनियन अराजनैतिक के तहसील अध्यक्ष लालचंद यादव, शेरबहादुर यादव और कई अन्य ने स्कूल में पहुंचकर हो हल्ला मचाया। करीब दो घंटे बाद प्रधानाध्यापिका के माफी मांगने पर मामला शांत हुआ। इस मामले में प्रधानाध्यापिका का कहना है कि बच्चों के हित को देखते मात्र आधा घंटे के लिए सजा दी गई थी। इसे बेवजह बढ़ाया जा रहा है।
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