शिक्षा का राजनीतिकरण करना कतई ठीक नहीं
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्ववित्तपोषित शिक्षण संस्थानों का शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान है। कहा कि शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
वह मंगलवार को केजीएमयू परिसर स्थित अटल साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में स्ववित्त पोषित विद्यालय एसोसिएशन के आठवें अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि 2014 तक हम दुनिया के टॉप 10 अर्थव्यवस्था में शामिल थे। एक मजबूत शिक्षा व्यवस्था के कारण हमने उस स्थिति को बदला और 2027 तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के तौर पर सामने आएंगे। यह केवल हम नहीं, दुनिया में अर्थव्यवस्था की रेटिंग करने वाले सभी संस्थाएं कह रही हैं। इस मौके पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए नरदेश्वर ग्रुप आफ कॉलेजेस के संस्थापक प्रोफेसर नरेद्र मणि त्रिपाठी, सेंट जोसेफ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस की संस्थापक-अध्यक्ष पुष्पलता अग्रवाल, कुमार इंटर कॉलेज के अध्यक्ष विनोद बिहारी, भारत अकेडमी की संस्थापक सरवन सक्सेना प्रबंधकों को रक्षा मंत्री ने सम्मानित किया। एमएलसी पवन सिंह मुकेश शर्मा, अवनीश सिंह, रामचंद्र प्रधान तथा अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, अजमत खान मौजूद थे।
विद्यालयों की समस्याएं हल कराएंगे पाठक
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि संगठन की तरफ से स्कूलों की सुरक्षा और किसी भी घटना के बाद होने वाली प्रतिक्रिया को लेकर एक एसओपी जारी करने की मांग लंबे समय से चल रही है। इसके अलावा संगठन ने स्कूलों का जलकर माफ करने का मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि इन दोनों मुद्दों को उचित मंच पर उठाकर हल कराने का प्रयास करेंगे। अध्यक्षता स्ववित्त पोषित विद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष व भाजपा महानगर अध्यक्ष आनन्द द्विवेदी तथा संचालन राहुल सेन ने किया। महापौर सुषमा खार्कवाल भी मौजूद थीं।
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