नई आयकर व्यवस्था बनाम पुरानी कर व्यवस्था: चार्ट से समझें किसमें है ज्यादा फायदा
नई आयकर व्यवस्था बनाम पुरानी कर व्यवस्था: चार्ट से समझें
इसे आप चार्ट के माध्यम से समझ सकते हैं कितना किसमे फायदा है.
नई कर व्यवस्था (New Tax Regime)
आय (₹) | कर दर (%) | मानक कटौती (₹) |
---|---|---|
0 - 3 लाख | 0 | 50,000 |
3 - 6 लाख | 5 | 50,000 |
6 - 9 लाख | 10 | 50,000 |
9 - 12 लाख | 15 | 50,000 |
12 - 15 लाख | 20 | 50,000 |
15 लाख से अधिक | 30 | 50,000 |
पुरानी कर व्यवस्था (Old Tax Regime)
आय (₹) | कर दर (%) | छूट (₹) |
---|---|---|
0 - 2.5 लाख | 0 | 2.5 लाख |
2.5 - 5 लाख | 5 | 2 लाख |
5 - 10 लाख | 20 | 1.5 लाख |
10 लाख से अधिक | 30 | 1.5 लाख |
चार्ट से समझें:
- नई कर व्यवस्था में कम आय (₹3 लाख तक) वाले लोगों को कोई कर नहीं देना होगा।
- पुरानी कर व्यवस्था में ₹2.5 लाख तक की आय पर कोई कर नहीं है।
- नई कर व्यवस्था में 50,000 रुपये की मानक कटौती मिलती है, जबकि पुरानी कर व्यवस्था में 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है।
- नई कर व्यवस्था में उच्च आय वालों को अधिक कर देना होगा।
- पुरानी कर व्यवस्था में 80C, 80D, 80E, 80G, आदि जैसी विभिन्न धाराओं के तहत छूट का लाभ उठाया जा सकता है, जो नई कर व्यवस्था में उपलब्ध नहीं है।
कौन सी कर व्यवस्था आपके लिए बेहतर है?
यह आपकी आय, निवेश और कर छूट के आधार पर निर्भर करता है।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- यदि आपकी आय ₹6 लाख से कम है, तो नई कर व्यवस्था आपके लिए बेहतर हो सकती है।
- यदि आपकी आय ₹6 लाख से अधिक है, तो पुरानी कर व्यवस्था आपके लिए बेहतर हो सकती है।
- यदि आप विभिन्न धाराओं के तहत छूट का लाभ उठाते हैं, तो पुरानी कर व्यवस्था आपके लिए बेहतर हो सकती है।
- यदि आप निश्चित नहीं हैं कि कौन सी कर व्यवस्था आपके लिए बेहतर है, तो आप आयकर विभाग के कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:
- आप हर साल अपनी कर व्यवस्था बदल सकते हैं।
- आपको अपनी आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करते समय अपनी चुनी हुई कर व्यवस्था का उल्लेख करना होगा।
अधिक जानकारी के लिए:
- आप आयकर विभाग की वेबसाइट https://www.incometax.gov.in/iec/foportal पर जा सकते हैं।
- आप एक कर सलाहकार से भी सलाह ले सकते हैं।
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