इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा निगरानी में लगेंगे परिषदीय विद्यालयों के डेढ़ हजार शिक्षक
बलरामपुर। 22 फरवरी से शुरू होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन माहौल में संपन्न कराने की कवायद तेज हो गई है। पहली बार कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के मानकों में भी फेरबदल किया गया है। इस वर्ष जिले में बनाए गए 64 परीक्षा केंद्रों पर 32 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसके लिए परिषदीय स्कूलों से करीब डेढ़ हजार शिक्षक परीक्षा ड्यूटी लिए नामित किए जा रहे हैं। इन सभी का पूरा विवरण माध्यमिक शिक्षा विभाग के पोर्टल पर दर्ज कराने के लिए बीएसए को भी निर्देशित किया गया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि कक्ष निरीक्षकों की तैनाती परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर होगी। बोर्ड से जारी निर्देश के अनुसार इस बार 40 परीक्षार्थियों पर दो कक्ष निरीक्षक और 41 से 60 परीक्षार्थियों तक तीन कक्ष निरीक्षक नियुक्त होंगे। ताकि परीक्षा दे रहे हर छात्र की गतिविधि पर करीबी निगाह रखी जा सके। अभी तक एक कक्ष में अधिकतम दो निरीक्षक ही तैनात करने का मानक था। इसके साथ ही कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी निर्धारित करने की व्यवस्था को भी इस बार फुलप्रूफ बनाया गया है।
इसके लिए परीक्षा केंद्र पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक बाहरी रखे जाएंगे। इस दौरान जिस विषय की परीक्षा होगी उस पाली में संबंधित विषय के शिक्षक की ड्यूटी कक्ष निरीक्षक एवं रिलीवर के बतौर नहीं लगाई जाएगी। कक्ष निरीक्षक बनने वाले शिक्षकों का पूरा विवरण परीक्षा केंद्र में सुरक्षित रखा जाएगा।
कक्ष निरीक्षकों का परिचय पत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल से परीक्षा शुरू होने से एक सप्ताह पहले जिला विद्यालय निरीक्षक डाउनलोड कर सकेंगे। इसमें कक्ष निरीक्षकों को आवंटित परीक्षा केंद्र का विवरण अंकित कर संबंधित कक्ष निरीक्षक को उपलब्ध कराया जाएगा। एक ही प्रबंध तंत्र के संचालन वाले अन्य स्कूलों को यदि परीक्षा केंद्र बनाया गया है तो उसी प्रबंधन के स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी कक्ष निरीक्षक के बतौर परीक्षा में नहीं लगेगी।
पहले एक- दूसरे स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षा में लगा देने से नकल की संभावना बनी रहती थी। ऐसे विद्यालयों में कक्ष निरीक्षक उपलब्ध न होने पर वरीयताक्रम में पहले माध्यमिक विद्यालय, फिर उच्च प्राथमिक विद्यालयों और अंत में प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को कक्ष निरीक्षक के बतौर तैनात किया जाएगा। डीआईओएस गोविंद राम ने बताया कि नकल विहीन बोर्ड परीक्षा के लिए कड़ी निगरानी के साथ ही नए निर्देशों के तहत कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाने की प्रक्रिया को पूरा कराया जा रहा है। इसमें किसी भी तरह शिथिलता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
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