बाबू को फंसाने वाला शिक्षक निलंबित, एंटी करप्शन टीम से की थी एरियर के नाम पर घूस मांगने की झूठी शिकायत
कन्नौज। बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक विमल पांडेय को फंसाने वाला विकास खंड गुगरापुर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल गौरीबांगर का सहायक अध्यापक अनुराग सिंह निलंबित कर दिया गया है। उसने एंटी करप्शन टीम से घूस मांगने की झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। निलंबन अवधि में वह ब्लॉक छिबरामऊ क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय टडहा से संबद्ध रहेगा। मामले की जांच बीईओ तालग्राम व जलालाबाद संयुक्त रूप से करेंगे।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपासना रानी वर्मा ने जारी किए निलंबन आदेश में कहा है कि कानपुर थाना एंटी करप्शन के निरीक्षक से तथ्यों को छुपाकर, तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया है। साथ ही झूठी शिकायत कर अधिकारियों को गुमराह किया गया है। बीएसए कार्यालय की ओर से अवशेष वेतन भुगतान का आदेश ही जारी नहीं किया गया है, उसके बावजूद गलत तरीके से एरियर मांग कर बाबू को फंसाने की साजिश रची गई।
एंटी करप्शन के समक्ष कूटरचित प्रार्थना पत्र देकर वरिष्ठ लिपिक को ट्रैप कराया गया। बीएसए की ओर से पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में सभी एरियर का भुगतान ऑनलाइन किया जा रहा है, उसके बाद ऑफलाइन प्रत्यावेदन देकर साजिश के तहत वरिष्ठ लिपिक को पकड़वाया गया। 69 हजार शिक्षक भर्ती व उससे संबंधित एरियर का पटल विमल पांडेय नहीं देखते हैं, उसके बाद भी सोची-समझी साजिश के तहत उसे अंजाम दिया गया है।
सरकारी संपत्ति में बाधा डालना, सरकारी संपत्ति को सहयोगियों के साथ मिलकर क्षति पहुंचाई गई है। साक्ष्य मिटाने के लिए एनवीआर को उखाड़ कर चोरी करने का षडयंत्र रचा गया है। यह उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 1999 का उल्लंघन है। पांच मार्च को एंटी करप्शन की एएसपी लखनऊ इंदु प्रभा सिंह ने फोन कर बुलाया, लेकिन अनुराग सिंह गवाही देने नहीं आया। बेसिक शिक्षा विभाग की छवि प्रदेश स्तर पर धूमिल की गई है।
मांगा था आधार व पैन का सत्यापन, बता दिया भुगतान का आदेश
निलंबन आदेश में कहा गया है कि 16 जून 2023 को तत्कालीन बीएसए ने बीईओ गुगरापुर को आधार कार्ड व पैन के सत्यापन की आख्या देने के निर्देश दिए थे, लेकिन अनुराग सिंह ने अवशेष वेतन के भुगतान के आदेश होने की बात कह दी। छह जुलाई को सत्यापन कर उसकी जानकारी बीएसए कार्यालय में 17 जुलाई को दी गई। एरियर के लिए जब फाइल फिर से देखी गई तो स्नातक का सत्यापन नहीं मिला। इसको लेकर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से स्नातक बीटेक सत्यापन कराने का पत्र भेजा गया, लेकिन वहां से सत्यापन नहीं आया। पहली सितंबर को रिमाइंडर भी भेजा गया। इस वजह से एंटी करप्शन कानपुर में की गई शिकायत झूठी है।
मारपीट व साथी का भी है जिक्र
एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर मुत्युंजय मिश्र की ओर से कोतवाली सदर कन्नौज में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया है कि वरिष्ठ लिपिक विमल पांडेय को 29 फरवरी को 10 हजार रुपये शिक्षक अनुराग सिंह ने दिए, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में अनुराग के साथी ने फाइल से जबरदस्ती रुपये पांडेय पर गिराए हैं। उसके बाद मारपीट कर टीम के सदस्यों ने बाबू को सीट से उठा लिया।
कानपुर का रहने वाला है अनुराग
प्राथमिक विद्यालय गौरीबांगर में तैनात शिक्षक (अब निलंबित) अनुराग सिंह कानपुर का रहने वाला है। कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में उसके पिता का नाम भूमिराज सिंह यादव निवासी 810 दामोदर नगर बर्रा, कानपुर नगर लिखा है। रिपोर्ट के मुताबिक उसके पिता का पूर्व में निधन हो चुका है।
अमृत विचार ने दिया था कार्रवाई का संकेत
आपके अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में पांच मार्च को शीर्षक जल्द गिरेगी साजिशकर्ताओं पर गाज, तैयार हो रहा खाका के साथ बता दिया था कि शिक्षकों का निलंबन या अन्य कार्रवाई होने वाली है। छह मार्च के आदेश में आरोपी शिक्षक अनुराग सिंह को निलंबित भी कर दिया गया।
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