15 साल से प्रमोशन का इंतजार, यूपी में बेसिक शिक्षकों को डेढ़ साल से मिल रही सिर्फ तारीख पर तारीख
बस्ती, बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से शिक्षक पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। लेकिन शिक्षकों को सिर्फ तारीख पर तारीख मिल रही है। जिले में आखिरी बार पदोन्नति वर्ष 2016 में हुई थी। बीते आठ साल से पदोन्नति नहीं होने के कारण जिले के सैकड़ों प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालय इंचार्ज प्रधानाध्यापक के भरोसे चल रहे हैं। साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी सहायक अध्यापकों की बड़ी कमी है।
बीते 19 माह में पदोन्नति के लिए कुल 15 पत्र जारी हुए फिर भी पदोन्नति की प्रक्रिया एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी। बार-बार विभाग द्वारा शिक्षकों की वरिष्ठता सूची मांगी गई, लेकिन बात सिर्फ वरिष्ठता सूची मांगने तक ही सिमट गई। जिले में कुल 2074 परिषदीय विद्यालय हैं, जिनमें बड़ी संख्या में प्रधानाध्यापकों की कमी है। ये विद्यालय इंचार्ज प्रधानाध्यापक के भरोसे संचालित हो रहे हैं। प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की कमी उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों की अपेक्षाकृत कम है। उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों का यह हाल है कि कुछ गिने-चुने विद्यालयों में ही प्रधानाध्यापक हैं। इसी तरह पदोन्नति नहीं होने से अधिकतर उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भाषा, सामाजिक विज्ञान और गणित-विज्ञान विषय के शिक्षकों की कमी है। पदोन्नति की बात करें तो प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापकों का प्रमोशन प्राथमिक के प्रधानाध्यापक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के रूप में होता है। प्राथमिक के प्रधानाध्यापक और उच्च प्राथमिक के सहायक अध्यापकों का प्रमोशन उच्च प्राथमिक प्रधानाध्यापक के रूप में होता है।
पदोन्नति के लिए इस वर्ष जारी हुए 16 पत्र
31 जनवरी, 19 फरवरी, 26 फरवरी, 05 मार्च, 13 मार्च, 14 मार्च, 16 मार्च, 25 मार्च, 14 अप्रैल, 24 अप्रैल, 24 जुलाई, 19 दिसंबर, 29 दिसंबर 2023 तथा 4 जनवरी, 24 जुलाई, 27 जुलाई 2024
पदोन्नति प्रक्रिया के संबंध में मांगा गया ब्योरा मुख्यालय को भेजा जा चुका है। इसे लेकर जो भी दिशा-निर्देश मिलेंगे, उसका अनुपालन कराया जाएगा।
- अनूप कुमार तिवारी, बीएसए बस्ती।
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