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शिक्षकों के स्थानांतरण में परिसीमन का रोड़ा


लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्र से नगर क्षेत्र में करीब 200 परिषदीय विद्यालयों के परिसीमन (क्षेत्रों की सीमा तय करने की प्रक्रिया) न होने से शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया भी आगे नहीं बढ़ रही है। हर साल बड़ी संख्या में शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन उनकी जगह पर किसी अन्य शिक्षक की तैनाती नहीं हो रही है।


पांच साल पहले 88 गांवों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल किया गया लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से यहां चल रहे प्राथमिक विद्यालयों के नगर क्षेत्र में परिसीमन को लेकर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई। आलम यह है कि, साल 2011 से अब तक नगर क्षेत्र में एक भी नए शिक्षक को

पांच साल बाद भी 200 परिषदीय विद्यालयों का नहीं हो सका परिसीमन
तैनाती नहीं दी गई। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुधांशु सिंह ने बताया कि नगर क्षेत्र के करीब 70 फीसदी प्राथमिक स्कूल शिक्षामित्र या एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। शिक्षकों की कमी से छात्र संख्या में गिरावट आ रही है।



शासन को भेजा है प्रस्ताव

विद्यालयों के परिसीमन को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा है। शिक्षकों के समायोजन पर विभाग ने आवेदन मांगा है। स्कूलों में जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर होगी।
- रामप्रवेश, बीएसए, लखनऊ

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