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13 बर्खास्त शिक्षकों पर शिकंजा, दर्ज होगा मुकदमा


फर्जी प्रमाणपत्र और दूसरे के अभिलेख से नौकरी करने वाले 13 शिक्षकों पर शिकंजा कसा जाने लगा है। बर्खास्तगी के बाद अब सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने इसकी संस्तुति कर दी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को केस दर्ज कराकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। इन शिक्षकों की जनवरी 2024 से अब तक सेवा समाप्त की गई। कई बार नोटिस भेजने के बाद भी जवाब न देने पर विभाग ने यह कदम उठाया।







जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें चार हजार से अधिक शिक्षकों की तैनाती है। शासन स्तर से जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। पिछले पांच से छह साल में नियुक्ति से लेकर अन्य गतिविधियां ऑनलाइन होने से प्रमाणपत्र की खामियां उजागर हो जाती हैं, लेकिन डेढ़ से दो दशक पूर्व की नियुक्ति प्रक्रिया कागजों में ही चलती थी।

विश्वविद्यालय और बोर्ड स्तर पर होने वाले सत्यापन में भी झोल कर दिया जाता, जिससे फर्जी और दूसरे के प्रमाणपत्र पकड़ में नहीं आते। प्रेरणा पोर्टल पर सभी अभिलेख ऑनलाइन होने के बाद प्रदेश स्तर पर बड़ी संख्या में शिक्षकों के प्रमाणपत्र संदिग्ध मिले। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से विश्वविद्यालय और बोर्ड से अभिलेखों का सत्यापन कराया गया। इसमें 13 शिक्षक ऐसे मिले, जिनके आचार्य, शास्त्री, बीएड, यूपी बोर्ड के प्रमाणपत्र या तो फर्जी पाए गए या दूसरे विद्यार्थी के नाम पर अंकित मिले।

जनवरी से जून तक की रिपोर्ट आने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 13 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है। जालसाजी के तहत नौकरी प्राप्त करने को लेकर विभाग इन पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में जुट गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कराने के लिए डीएम ने संस्तुति की है। खंड शिक्षा अधिकारियों को केस दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।

फर्जी शिक्षकों ने कितना उठाया वेतन, लेखा से मांगी रिपोर्ट

ज्ञानपुर। फर्जी अभिलेख के सहारे नौकरी करने वाले 13 शिक्षकों के वेतन वसूली की तैयारी शुरू हो गई है। बेसिक शिक्षा विभाग ने लेखा कार्यालय से इन शिक्षकों ने अब तक कितना वेतन उठाया, इसकी जानकारी मांगी है। बताते चलें कि जिन शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है, उसमें अधिकतर 15 से 20 साल तक सेवा दे चुके हैं। ऐसे में अनुमान जताया जा रहा है कि सभी ने पांच से आठ करोड़ तक वेतन उठाए हैं।

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शिक्षक जिन पर दर्ज होगा केस

कंपोजिट विद्यालय गंगापुर तलिया के शिक्षक राजकुमार राय निवासी बरदह आजमगढ़, प्राथमिक विद्यालय लांगनबारी के निर्भय नारायण यादव निवासी ग्राम गोसलपुर गाजीपुर, कंपोजिट विद्यालय लक्षमणिया के इम्तियाज अहमद निवासी माधोसिंह, कंपोजिट विद्यालय द्वारिकापुर के रामचंद्र यादव निवासी कलापुर सुवधैं, प्राथमिक विद्यालय बसपरा की सुषमा गौड़ निवासी भानीपुर, प्राथमिक विद्यालय लीलाधरपुर की सुधा सरोज निवासी ताजपुर अयोध्या, प्राथमिक विद्यालय चिंतामणिपुर के जितेंद्र कुमार यादव निवासी शांतिपुरम प्रयागराज, प्राथमिक विद्यालय माधोरामपुर की नीलम मौर्य निवासी दीनापुर वाराणसी, प्राथमिक विद्यालय रयां के ब्रह्मेश्वर यादव निवासी गाजीपुर, प्राथमिक विद्यालय भौथर के सुरेंद्र कुमार निवासी जौनपुर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय कसिदहां के संजय कुमार सिंह निवासी गुतवन जौनपुर, धर्मचंद्र निवासी आराकला प्रयागराज और एके मिश्रा शामिल हैं।

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