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शिक्षक-कर्मी यूपीएस के विरोध में उतरे


लखनऊ, नेशनल मूमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के आह्वान पर न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) के खिलाफ लखनऊ समेत देश भर के शिक्षकों और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया। यह अभियान दो सितंबर से शुरू होकर छह सितंबर तक चलेगा। विरोध के दौरान शिक्षक और कर्मचारियों ने कहा कि हमें हूबहू पुरानी पेंशन स्कीम चाहिए।

यूपीएस के खिलाफ काली पट्टी का असर यह रहा कि केंद्र व राज्य का कोई विभाग नहीं बचा जहां कर्मियों ने कार्य तो किया, लेकिन काली पट्टी बांधकर। स्कूल, कालेज, डिग्री कालेज हो या विश्वविद्यालय, रेलवे स्टेशन हो या बस अड्डा। लेखपाल, सफाई कर्मचारी, राजस्व, बैककर्मी, कर्मचारी, शिक्षक, डॉक्टर, नर्स सभी ने बढ़ चढ़कर अभियान में हिस्सा लिया।

एनएमओपीएस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एनएमअ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि दो सितंबर

से अभियान की शुरुआत हो गई है। प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर के शिक्षक और कर्मचारियों को पूरा समर्थन मिल रहा है।



बलरामपुर अस्पताल में कर्मियों ने विरोध जताया

बलरामपुर अस्पताल में कर्मियों ने चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के बैनर तले एनपीएस व यूपीएस के विरोध में प्रदर्शन किया। महासंघ के प्रधान महासचिव अशोक कुमार व वरिष्ठ पदाधिकारी कपिल वर्मा की अगुवाई में ओपीडी के मुख्य गेट पर पुरानी पेंशनी बहाली (ओपीएस) की मांग की। ओपीडी बंद हो जाने के बाद हुए आंदोलन से मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं हुआ। अटेवा के आह्वान पर कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर समर्थन दिया। प्रदर्शन में रजत, सुनील, गीतांशु, जितेंद्र, महेंद्र आदि शामिल रहे।

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