विवशता: बच्चों को पढ़ाने के बाद ई-रिक्शा चला रहीं अनुदेशक सुनीता, तो कोई अनुदेशक बेंच रहा चाट-फुल्की
बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में 2013 से कार्यरत अंशकालिक अनुदेशकों की आर्थिक स्थिति खस्ता है। आलम यह है कि स्कूल से छूटने के...Read More